महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के लिए महायुति और महाविकास अघाड़ी दोनों में कई दावेदार हैं। पीएम मोदी ने महायुति सरकार बनाने का आह्वान किया, लेकिन अगले मुख्यमंत्री को लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए गए हैं।
Maharashtra Elections 2024: पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनावों के चलते मुंबई में महायुति सरकार बनाने की अपील की, लेकिन इस दौरान वहां सीएम पद के लिए किसी विशेष उम्मीदवार का नाम नहीं लिया। मोदी ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सराहना की, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या शिंदे ही अगला मुख्यमंत्री होंगे। मोदी का यह बयान राजनीतिक चर्चाओं को बढ़ावा दे सकता है, क्योंकि पहले देवेंद्र फडणवीस के बारे में भी इसी तरह का बयान दिया गया था।
महायुति और महाविकास अघाड़ी में मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदार
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए महायुति और महाविकास अघाड़ी दोनों गठबंधनों में तीन-तीन प्रमुख दावेदार हैं। महायुति में एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के नाम चर्चा में हैं, वहीं महाविकास अघाड़ी में उद्धव ठाकरे, नाना पटोले और सुप्रिया सुले के नाम सामने आ रहे हैं।
महायुति में बीजेपी की प्रमुख भूमिका
महायुति में बीजेपी सबसे अधिक 149 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि शिंदे की शिवसेना 81 सीटों और अजित पवार की एनसीपी 59 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बीजेपी को अकेले बहुमत से अधिक सीटें मिलने का अनुमान है, जो पार्टी को अहम भूमिका में रखेगा। ऐसे में यह सवाल उठता है कि मुख्यमंत्री पद का फैसला किसके पक्ष में होगा।
महाविकास अघाड़ी में मुख्यमंत्री पद पर शरद पवार का बयान
महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद जारी है। नाना पटोले ने 2019 में कांग्रेस की कम सीटों को देखते हुए उद्धव को मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया था, लेकिन शरद पवार ने संकेत दिया कि वह अपनी पार्टी के लिए मुख्यमंत्री बनने पर विचार कर सकते हैं।
फडणवीस और अजित पवार की खामोशी
देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार दोनों ने सीएम पद के लिए अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है। फडणवीस ने हाल ही में एक बयान में कहा कि उन्हें डिप्टी सीएम के पद पर संतुष्ट नहीं किया जा सकता और अब वह पार्टी नेतृत्व से नए अवसर की उम्मीद कर रहे हैं।
महाविकास अघाड़ी में महिला मुख्यमंत्री की संभावना
महाविकास अघाड़ी में महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी पर भी विचार किया जा रहा है। शरद पवार ने कहा कि महिला मुख्यमंत्री बनने में कोई आपत्ति नहीं है, और सुप्रिया सुले का नाम इस संदर्भ में चर्चा में है। हालांकि पवार ने खुद को मुख्यमंत्री पद के लिए नकारा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी इस बार मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी।
राजनीतिक रणनीतियों पर जोर
महाविकास अघाड़ी और महायुति दोनों ही गठबंधन राजनीति में पार्टी प्रमुखों के दबाव और उनके इरादों के आधार पर मुख्यमंत्री का नाम तय करेंगे। कांग्रेस ने उद्धव ठाकरे की मुख्यमंत्री बनने की इच्छाओं को दबाया है, और अब सभी की नजर 23 नवंबर को होने वाले चुनाव परिणाम पर टिकी है।