Maharashtra New CM: महाराष्ट्र में क्यों फेल हुआ राजस्थान और MP का फॉर्मूला? जानें फडणवीस ने कैसे मारी बाजी

Maharashtra New CM: महाराष्ट्र में क्यों फेल हुआ राजस्थान और MP का फॉर्मूला? जानें फडणवीस ने कैसे मारी बाजी
Last Updated: 12 घंटा पहले

देवेंद्र फडणवीस का नाम भारतीय राजनीति में उन नेताओं में शुमार है, जिनकी छवि साफ-सुथरी और भरोसेमंद मानी जाती है। छह बार विधायक रहे फडणवीस ने न केवल संगठन में बल्कि सरकार में भी अपनी कुशलता का परिचय दिया है। 

Maharashtra New CM: महाराष्ट्र में बीते एक हफ्ते से सीएम पद को लेकर चल रहा सस्पेंस बुधवार, 4 दिसंबर 2024 को खत्म हो गया। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एक बार फिर देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की। इस ऐलान के साथ शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू हो गई हैं।

हालांकि, इस फैसले ने एक नई बहस छेड़ दी है। सवाल उठ रहा है कि बीजेपी ने महाराष्ट्र में मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा जैसा 'नया चेहरा' वाला फॉर्मूला क्यों नहीं अपनाया? इसके पीछे कई कारण हैं, जो देवेंद्र फडणवीस की लोकप्रियता और उनकी राजनीतिक क्षमताओं से जुड़े हैं।

अनुभव और छवि ने बनाया फडणवीस को खास

देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र की राजनीति में एक विश्वसनीय और साफ-सुथरी छवि के नेता माने जाते हैं। छह बार विधायक चुने जा चुके फडणवीस न केवल संगठन के स्तर पर मजबूत पकड़ रखते हैं, बल्कि सरकार चलाने का भी अनुभव रखते हैं। उनकी हर वर्ग और क्षेत्र में मजबूत पकड़ और समर्थन उनकी सबसे बड़ी ताकत है।

2014-2019 के बीच सफल मुख्यमंत्री

फडणवीस ने 2014 से 2019 तक मुख्यमंत्री रहते हुए महाराष्ट्र में अपनी कुशल प्रशासनिक क्षमता का प्रदर्शन किया। हालांकि, 2019 में शिवसेना के समर्थन वापस लेने के कारण उन्हें पद छोड़ना पड़ा। इसके बाद विपक्ष में रहते हुए भी उन्होंने कोरोना महामारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर उद्धव ठाकरे सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उनकी सक्रियता और आक्रामक रणनीति से उनका कद लगातार बढ़ा।

शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम रहते निभाई अहम भूमिका

2022 में जब शिवसेना टूटी और एकनाथ शिंदे बीजेपी के साथ आए, तब फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की कुर्बानी देकर डिप्टी सीएम बनना स्वीकार किया। उन्होंने पार्टी नेतृत्व के फैसले का पूरी तरह समर्थन किया और सरकार के सुचारू संचालन पर ध्यान केंद्रित किया। इससे उनकी छवि एक विनम्र और अनुशासित नेता के रूप में और मजबूत हुई।

2024 के विधानसभा चुनाव में महायुति का सफल नेतृत्व

2024 के विधानसभा चुनाव में फडणवीस ने महायुति (भाजपा-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन) के सामने आई सभी चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया। सीट शेयरिंग से लेकर स्थानीय मुद्दों पर फोकस, हर जगह फडणवीस ने अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया। उनकी ऑलराउंड भूमिका ने उन्हें महाराष्ट्र का निर्विवाद नेता बना दिया।

MP और राजस्थान का फॉर्मूला क्यों नहीं लागू हुआ?

बीजेपी ने महाराष्ट्र में मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा जैसा नया चेहरा लाने का फॉर्मूला नहीं अपनाया। इसका मुख्य कारण फडणवीस की साफ छवि, अनुभव और लोकप्रियता है। पार्टी आलाकमान ने यह फैसला लिया कि महाराष्ट्र में एक स्थिर और प्रभावशाली नेतृत्व के लिए फडणवीस से बेहतर कोई विकल्प नहीं है।

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