नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की विमानन सेवा शुरू करने के लिए आज एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। जानकारी के अनुसार, एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए यमुना प्राधिकरण (यीडा) ने एक नई समिति का गठन किया है। इस समिति की अध्यक्षता यीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुणवीर सिंह करेंगे। यदि सब कुछ योजनानुसार चला, तो यात्री सेवाएं अप्रैल 2025 में शुरू होने की संभावना है।
ग्रेटर नोएडा: नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से विमानन सेवा शुरू करने के लिए मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड के CEO, डॉ. अरुणवीर सिंह ने की बैठक में भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण, महानिदेशक नागरिक उड्डयन, और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि. के अधिकारी भी मौजूद रहे।
लखनऊ में हुई उच्च स्तरीय बैठक
एयरपोर्ट के उद्घाटन से पहले, फ्लाइटों और उनके गंतव्यों को निर्धारित करने के साथ-साथ एयरपोर्ट को चालू करने के लिए आवश्यक अनुमति और उसके लिए आवेदन की समय सीमा भी निर्धारित की गई। सोमवार को लखनऊ में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बोर्ड की बैठक आयोजित की गई।
घरेलू उड़ानों की पुष्टि 15 अक्टूबर तक होगी
बैठक में निर्णय लिया गया कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 17 अप्रैल को शुरू किया जाएगा। इस बैठक में इस महत्वपूर्ण फैसले पर चर्चा की गई। 30 नवंबर को इसका कमर्शियल ट्रायल आयोजित किया जाएगा। एरोड्रम लाइसेंस के लिए दिसंबर में आवेदन किया जाएगा। घरेलू उड़ानों की योजना 15 अक्टूबर तक निश्चित कर ली जाएगी। उद्घाटन के पहले दिन ही घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें दोनों शुरू होंगी।
अप्रैल 2025 में शुरू हो सकता है यात्री सेवाओं का संचालन
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अगुवाई में यह पहली बोर्ड बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कंपनी की बैलेंस शीट को स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया गया। बोर्ड को एयरपोर्ट के निर्माण की प्रगति के बारे में जानकारी प्रदान की गई। नोएडा एयरपोर्ट (Noida Airport) से अप्रैल 2025 में यात्री सेवाओं का संचालन प्रारंभ हो जाएगा।
जरूरी दस्तावेजों और अन्य पहलुओं पर चर्चा
एयरपोर्ट के परीक्षण और लाइसेंस के लिए दिसंबर तक आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाएगी। एयरपोर्ट के शेष निर्माण कार्य, विभिन्न विभागों से अनापत्ति प्राप्त करने के लिए आवश्यक आवेदन, और स्वीकृति की समय सीमा निर्धारित की जाएगी। इस बैठक में विभागों द्वारा आवश्यक दस्तावेजों और अनापत्ति के लिए मांगे जाने वाले प्रमाणपत्रों पर चर्चा की जाएगी।
इस प्रकार, समय सीमा के भीतर अनापत्ति जारी करने का प्रयास किया जाएगा, ताकि एयरपोर्ट का संचालन निर्धारित समय पर शुरू हो सके। इसके साथ ही, एयरपोर्ट से पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान और घरेलू सेवाओं के गंतव्य तथा उनकी संख्या भी निर्धारित की जाएगी।