पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI दीपावली के आसपास पंजाब में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रही है। इसके लिए आतंकी और गैंगस्टर के गठजोड़ का सहारा लिया जा रहा है। ISI लगातार पंजाब में ड्रोन के जरिए हथियारों की सप्लाई कर रही है। हाल ही में, फिरोजपुर में BSF ने 1.180 किलो RDX बरामद किया है।
Punjab: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई दीपावली के आसपास पंजाब में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रही है। इसके लिए आतंकी-गैंगस्टर गठजोड़ का सहारा लिया जा रहा है। कनाडा में रह रहे आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू और पाकिस्तान में रहने वाले हरविंदर सिंह रिंदा की मदद से आईएसआई लगातार पंजाब में ड्रोन के जरिए हथियारों की सप्लाई कर रही है।
हाल ही में फिरोजपुर के सीमावर्ती क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा बरामद की गई 1.180 किलो आरडीएक्स भी इसी योजना का हिस्सा थी। पुलिस के सूत्रों का कहना है कि यह खेप आईएसआई द्वारा पाकिस्तानी तस्करों को मुहैया कराए गए चार अमेरिकी हैक्साकाप्टर ड्रोन से गिराई गई थी। ये छह पंखों वाले ड्रोन 10 से 12 किलो वजन उठाने में सक्षम हैं। इन्हीं के माध्यम से सीमा पार से हथियार, आरडीएक्स और आईईडी आईएसआई की सहायता से भारत में भेजी जा रही हैं।
BSF ने आरडीएक्स बरामद करने में हासिल की सफलता
पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा ने दशहरे से पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय को आइएसआइ की योजनाओं के संबंध में रिपोर्ट भेजी थी। इसके बाद से सीमा पर बीएसएफ और सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है। इसी परिणामस्वरूप, बीएसएफ आरडीएक्स को बरामद करने में सफल रही है। दूसरी ओर, आइएसआइ अपने नापाक इरादों को पूरा करने के लिए लगातार प्रयासरत है।
जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान में छिपा खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा और कनाडा में मौजूद आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के बीच आतंकी लखबीर हरिके और गोल्डी बराड़ जैसे अपराधियों के साथ घनिष्ठ संबंध विकसित हो चुके हैं। रिंदा की मदद से पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार लाए जा रहे हैं, जबकि आतंकी पन्नू इंटरनेट मीडिया का उपयोग करके पंजाब के युवाओं को गुमराह कर रहा है।
फिरोजपुर में विस्फोटक सामग्री की बरामदगी
फिरोजपुर जिले के गांव बहादुरके में, पाकिस्तान की सीमा से सटी बीओपी के निकट 1.180 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। हालांकि, इसे आरडीएक्स कहना अभी जल्दबाजी होगी। इस सामग्री को जांच के लिए भेजा गया है और इसकी विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही इसके बारे में उचित जानकारी दी जा सकेगी। यह जानकारी बीएसएफ पंजाब फ्रंटियर के आइजी अतुल फुलझेले ने साझा की।
उन्होंने यह भी बताया कि जिस स्थान पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) और विस्फोटक सामग्री मिली है, वहां ड्रोन द्वारा गिराना संभव नहीं है। इसलिए यह भी जांच की जा रही है कि यह सामग्री उस जगह तक कैसे पहुंची। आइजी अतुल फुलझेले ने यह भी कहा कि धान की फसल की कटाई के बाद सीमांत क्षेत्र के खेत साफ हो चुके हैं, और इसी परिस्थिति का लाभ उठाने के लिए पाकिस्तान से ड्रोन गतिविधियों में अचानक वृद्धि हुई है। हालांकि, बीएसएफ के जवानों ने भी चौकसी को बढ़ा दिया है।
सीमांत क्षेत्र में सीसीटीवी प्रणाली
अतुल फुलझेले ने बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व सीमांत क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों पर नजर रखने हेतु सीसीटीवी प्रणाली स्थापित करने का एक प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। हालांकि, एक वर्ष का समय बीत जाने के बावजूद भी यह प्रणाली अब तक स्थापित नहीं हो पाई है। पंजाब सरकार से निवेदन किया जा रहा है कि तस्करों की गतिविधियों और संदिग्ध व्यक्तियों के आवागमन पर निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी प्रणाली को जल्द से जल्द स्थापित किया जाए।
इस वर्ष अब तक 167 ड्रोन किए जा चुके हैं जब्त
आइजी ने बताया कि इस वर्ष बीएसएफ ने पाकिस्तान से आए 167 ड्रोन जब्त किए हैं, जबकि 2023 में बीएसएफ द्वारा 107 ड्रोन गिराए गए या बरामद किए गए थे। उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सीमा पार से ड्रोन भेजने की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है। पकड़े गए सभी ड्रोन चीनी उत्पाद हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तानी तस्करों द्वारा सबसे अधिक चीन में निर्मित मॉडल डीजेआइ माविक 3 क्लासिक का उपयोग किया जा रहा है।
तरनतारन में एक तत्काल असेंबल होने वाला ड्रोन भी पकड़ा गया। अतुल फुलझेले ने कहा कि एक अन्य घटना में एक तात्कालिक ड्रोन जो पाकिस्तान में असेंबल किया गया प्रतीत होता है, कुछ दिन पहले तरनतारन जिले में बरामद किया गया था। खुफिया सूचना के आधार पर, बीएसएफ और पंजाब पुलिस के संयुक्त अभियान के दौरान इसे नौशहरा ढल्ला गांव से बरामद किया गया।
पाकिस्तान सीमा पर ड्रोन की बढ़ती चुनौतियां
पंजाब में पाकिस्तान से सटी सीमा पर ड्रोन की बढ़ती चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जहां लगातार ड्रोन का उपयोग हथियार, नशीले पदार्थ और अन्य वस्तुएं गिराने के लिए किया जा रहा है। अक्टूबर 2024 में इस गतिविधि में तेजी देखी गई, जिसमें ड्रोन के जरिए हेरोइन, पिस्तौल, मैगजीन, और विस्फोटक सामग्री सीमा पार से भेजी जा रही है।
2 अक्टूबर: तरनतारन में 1.823 किलोग्राम हेरोइन और एक ड्रोन बरामद किया गया।
4 अक्टूबर: 550 ग्राम हेरोइन अमृतसर में बरामद हुई।
10 अक्टूबर: तरनतारन में 13.160 किलोग्राम हेरोइन, दस प्लास्टिक की बोतलों में और एक ड्रोन बरामद किया गया।
12 अक्टूबर: अमृतसर में तीन अलग-अलग स्थानों से तीन ड्रोन और 1000 ग्राम हेरोइन बरामद की गई।
15 अक्टूबर: अमृतसर में चीन निर्मित हेक्जाकॉप्टर ड्रोन और फिरोजपुर में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई।
17 अक्टूबर: दो नशा तस्करों को 500 ग्राम हेरोइन के साथ गुरदासपुर में गिरफ्तार किया गया।