पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके सम्मान में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा।
New Delhi: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनके सम्मान में सरकार ने 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, और अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
राजकीय शोक: क्यों और कैसे होता है घोषित?
राजकीय शोक का ऐलान देश के उन महान व्यक्तियों के निधन पर किया जाता है जिन्होंने अपने जीवन में राष्ट्र को महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। पहले इसे घोषित करने का अधिकार केवल राष्ट्रपति के पास था, लेकिन अब राज्य सरकारें भी ऐसा निर्णय ले सकती हैं।
क्या राजकीय शोक में सरकारी छुट्टी होती है?
राजकीय शोक के दौरान सरकारी कार्यालय, स्कूल, और संस्थान सामान्य रूप से कार्यरत रहते हैं। 1997 के एक सरकारी अधिसूचना के अनुसार, ऐसी स्थिति में छुट्टी केवल तभी घोषित की जाती है जब राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री का निधन पद पर रहते हुए हो।
राजकीय शोक के दौरान क्या किया जाता है?
फ्लैग कोड ऑफ इंडिया के नियमों के अनुसार, शोक के दौरान सरकारी कार्यालयों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया जाता है। इस अवधि में सरकारी और सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए जाते हैं। इसके अलावा, मनोरंजन संबंधी गतिविधियां भी रद्द कर दी जाती हैं।
राजकीय शोक की अवधि कितनी होती है?
राजकीय शोक की अवधि सरकार द्वारा तय की जाती है और यह घटना की गंभीरता पर निर्भर करती है। जैसे, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर 7 दिन का शोक रखा गया था, जबकि अन्य नेताओं के लिए 2-3 दिन का शोक घोषित किया गया था।
मनमोहन सिंह: भारतीय राजनीति में एक अमिट छवि
डॉ. मनमोहन सिंह ने भारत के आर्थिक और राजनीतिक इतिहास में अभूतपूर्व योगदान दिया। 1991 में आर्थिक सुधारों के लिए उनके प्रयासों से देश को एक नई दिशा मिली। प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल हमेशा याद रखा जाएगा।