UP Breaking News: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में घोटाला, सुल्तानपुर में विवाहित महिलाओं ने योजना का उठाया लाभ, जानें क्या है मामला?

UP Breaking News: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में घोटाला, सुल्तानपुर में विवाहित महिलाओं ने योजना का उठाया लाभ, जानें क्या है मामला?
Last Updated: 14 अगस्त 2024

Samuhik Vivah योजना के तहत महिला के बैंक खाते में 35 हजार रुपये दिए जाते हैं। परन्तु इस सरकारी राशि का जमकर दुरुपयोग किया जा रहा हैं। सुल्तानपुर की रहने वाली एक विवाहिता ने यह स्वीकार किया है कि 12 जुलाई को कुड़वार ब्लाक में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में उसकी दोबारा शादी करवाई गई। शादी कराने के बदले में गांव की एक महिला ने उनसे 10,000 रुपये भी लिए थे।

Sultanpur: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में सरकारी राशि का जमकर दुरुपयोग किया जा रहा हैं। मिली जानकारी के मुताबिक जुलाई 11 12 को बल्दीराय एवं कुड़वार विकास खंड में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में दो-दो, तीन-तीन बच्चों की मां को भी योजना का लाभ दिया जा रहा हैं। रिपोर्ट के तहत योजना के लाभार्थियों में शामिल बल्दीराय विकास खंड के महुली गांव की सुनीता, संजू, रीना, मायावती, मीना, मंजू ये सभी विवाहित हैं,लेकिन फिर भी इन्हें सामूहिक विवाह की सूची में शामिल कर लिया गया।

दो बच्चों की माँ ने किया सामूहिक विवाह

महुली के निवासियों के अनुसार सुनीता का विवाह 15 साल पहले हो चूका था। इनका ससुराल अयोध्या में बताया है। उनके दो बच्चे है। इसी तरह संजू का विवाह भी 6 वर्ष पहले हुआ था। वह भी महुली गांव की ही बहू हैं। रिपोर्ट के मुताबिक उनके एक बेटी एक बेटा है। इसके साथ ही रीना के भी दो बेटे हैं। रीना के पिता राम कलप ने बताया कि इनका विवाह आठ वर्ष पहले हो गया था। मायावती भी महुली गांव की बहू हैं। उनके भी तीन संतानें हैं। मीना के भी सात वर्ष की एक पुत्री है।वहीं मंजू भी इसी गांव की बहू है और उसकी दो संतानें हैं।

विवाह के नाम पर सरकारी राशि का दुरुपयोग

मिली सुचना के तहत, ग्रामीणों ने बताया कि केवल एक विवाह ही गांव में सही हुआ है। बाकी सब सरकारी धन की बंदरबाट करने के लिए किया गया है। बताया गया है कि 11 जुलाई को बल्दीराय विकास खंड में 81 और 12 को कुड़वार में 67 जोड़ों की शादी करवाई गई थी। कुड़वार में हुए सामूहिक विवाह में शामिल सरिता शांति का आपस में पहले से ही ननद- भाभी का संबंध हैं।

शादी कराने के नाम पर लिए 10 हजार रुपये

रिपोर्ट के मुताबिक, महुली गांव की रहने वाली रामावती ने बताया कि उनकी पुत्री उमा की शादी बल्दीराय ब्लाक में दो साल पहले करावाई थी। 12 जुलाई को फिर उसी की शादी कुड़वार ब्लाक में दुबारा करवा दी गई। जांच के तहत पता चला की उनकी पुत्री को अभी तक पैसा नहीं मिला है। महिला का आरोप है कि शादी कराने के नाम पर 10-10 हजार रुपये ले लिए गए हैं। धनराशि लेने वाली महिला का नाम कंचन बताया हैं। SDM (बल्दीराय प्रवीण कुमार) ने कहा कि घटना की जांच कराई जाएगी।

उनसे सत्यापन नहीं कराया गया - राहुल यादव

घटना के सामने आने पर महुली ग्राम विकास अधिकारी (राहुल यादव) को निलंबित (Suspend) कर दिया गया है। इसके तहत जिला विकास अधिकारी (अजय कुमार पांडेय) के अनुसार सबसे पहले उन्हें (राहुल यादव) सामूहिक विवाह के लिए बनी सूची के सत्यापन का दोषी माना गया है। उन्हें कूरेभार ब्लाक से संबद्ध किया गया है।

कुड़वार खंड विकास अधिकारी (नीलिमा गुप्ता) को जांच अधिकारी नामित किया गया। हालांकि, राहुल यादव का कहना हैं कि उनसे सत्यापन नहीं कराया गया। इस पर DDO ने बताया है कि यह जांच का विषय है।

जिला समाज कल्याण अधिकारी (अमित कुमार सिंह) ने बल्दीराय में सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण का प्रभार संभाल रहे अभिषेक गिरि के निलंबन के लिए CDO के जरिये से शासन से प्रशंसा की है।

 

 

 

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