प्रधानमंत्री मोदी ने गयाना में भारत-कैरिकॉम संबंधों को सशक्त बनाने के लिए 7 प्रस्ताव रखे। इनमें कैरेबियाई देशों को जोड़ने के लिए ऑनलाइन पोर्टल, साथ ही व्यापार, तकनीक, कृषि, खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में सहयोग शामिल है।
Guyana जॉर्जटाउन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को गुयाना की अपनी यात्रा के दौरान एक ऐतिहासिक अवसर पर गुयाना की संसद के विशेष सत्र को संबोधित करेंगे, जो उनके वैश्विक कूटनीतिक प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मोड़ होगा। यह यात्रा पीएम मोदी के तीन देशों के दौरे का हिस्सा है, जिसमें वे पहले नाइजीरिया और फिर ब्राजील गए थे। गुयाना में उनकी यात्रा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे 50 वर्षों में पहली बार भारतीय प्रधानमंत्री हैं जो इस देश का दौरा कर रहे हैं।
कैरेबियाई देशों के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए 7 प्रस्ताव
प्रधानमंत्री मोदी ने जॉर्जटाउन में आयोजित दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन के दौरान भारत और कैरेबियाई देशों के बीच आर्थिक, कृषि, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान और नवाचार जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए सात प्रमुख प्रस्ताव रखे। यह कदम दोनों क्षेत्रों के बीच साझेदारी को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का संकेत देता है।
ऑनलाइन पोर्टल से क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की योजना
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान एक ऑनलाइन पोर्टल बनाने का प्रस्ताव दिया, जो कैरेबियाई देशों के निजी क्षेत्र और हितधारकों को जोड़ने के लिए उपयोगी होगा। यह पोर्टल व्यापार, प्रौद्योगिकी, पर्यटन, प्रतिभा और परंपरा जैसे पांच ‘टी’ क्षेत्रों में सहयोग को प्रोत्साहित करेगा।
भारत और कैरेबियाई देशों के बीच एसएमई क्षेत्र में सहयोग
पीएम मोदी ने एसएमई (लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र के लिए भारत द्वारा पिछले साल किए गए 10 लाख अमेरिकी डॉलर के अनुदान को लागू करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उनका मानना है कि इस क्षेत्र में मजबूत सहयोग दोनों पक्षों के लिए लाभकारी होगा।
गयाना में प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत
पीएम मोदी की गयाना यात्रा पर उनका स्वागत बहुत गर्मजोशी से किया गया। हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति इरफान अली और अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने उनका स्वागत किया। गयाना के अलावा, पीएम मोदी ने ग्रेनेडा और बारबाडोस के नेताओं से भी मुलाकात की।
कैरेबियाई देशों के साथ पीएम मोदी की पहल
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा से भारत और कैरेबियाई देशों के रिश्तों में मजबूती आने की उम्मीद है। दोनों पक्षों के बीच व्यापार, प्रौद्योगिकी, कृषि और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी ने अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट किया।