बांगलादेश में एक बार फिर हिंसा का माहौल है, जहां इस्कॉन मंदिर के प्रमुख चिन्मय कृष्णा दास की गिरफ्तारी ने स्थिति को और तूल दे दिया है। भारत सरकार ने इस मामले पर गंभीरता से संज्ञान लिया है।
Bangladesh Chinmoy Krishna Das: बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर के प्रमुख चिन्मय कृष्णा दास की गिरफ्तारी के बाद हालात बिगड़ गए हैं। दास की गिरफ्तारी को लेकर भारत सरकार ने बांग्लादेश के उच्चायुक्त से बात की है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कोलकाता में रैली निकालकर उनकी तत्काल रिहाई की मांग की।
चिन्मय कृष्णा दास की गिरफ्तारी
31 अक्टूबर को दर्ज एक मामले के संबंध में चिन्मय कृष्णा दास को बांग्लादेश पुलिस ने 25 नवंबर को ढाका के हजरत शाहजलाल हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया। इस पर भारत सरकार ने प्रतिक्रिया दी और विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने बांग्लादेश के उच्चायुक्त से फोन पर बात की। भारतीय जनता पार्टी के करीब 200 कार्यकर्ताओं ने 26 नवंबर को कोलकाता के बेहाला इलाके में रैली निकाली और दास की रिहाई की मांग की। बीजेपी समर्थकों ने मशाल लेकर नारेबाजी की और दास की गिरफ्तारी को अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ हुए हमलों का विरोध करने का उनका अधिकार बताया।
बांग्लादेश में दास की जमानत याचिका खारिज
बांग्लादेश की एक अदालत ने चिन्मय कृष्णा दास की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया। विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश से अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया और कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के अधिकार को बचाया जाना चाहिए। हालांकि, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भारत के बयान को 'निराधार' करार देते हुए इसे दोनों देशों के बीच मित्रता की भावना के खिलाफ बताया।
झड़प के दौरान एक वकील की मौत
बांग्लादेश में चिन्मय कृष्णा दास की गिरफ्तारी के बाद हुई झड़पों में एक वकील की मौत हो गई। स्थानीय मीडिया के अनुसार, 35 वर्षीय सहायक लोक अभियोजक सैफुल इस्लाम की हत्या कर दी गई, जबकि छह अन्य लोग घायल हुए। यह घटना तब हुई जब हिंदू नेता को जमानत देने से इनकार कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ते हमले
बांग्लादेश में कट्टरपंथियों द्वारा हिंदू समुदाय पर हमले तेज हो गए हैं। 2013 से अब तक 4,000 से ज्यादा हमले हो चुके हैं, जिनमें इस्कॉन और काली मंदिरों पर हमला और हिंदुओं के घरों को नुकसान पहुंचाना शामिल है। हाल ही में हुए हिंसा में हिंदू पार्षद हरधन रॉय की हत्या की गई, मशहूर संगीतकार राहुल आनंदा के घर को लूट लिया गया और इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र व बंगबंधु स्मारक संग्रहालय को जलाया गया।
भारत के लिए चिंता का विषय
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले भारत के लिए गंभीर चिंता का विषय बन चुके हैं। इन हमलों के कारण बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। भारत सरकार और विभिन्न राजनीतिक दलों ने इन हमलों की कड़ी निंदा की है और बांग्लादेश सरकार से उचित कदम उठाने की अपील की है।