India China Border: भारत-चीन सीमा विवाद सुलझा! चीनी सेना करेगी पीछे हटने की तैयारी, पेट्रोलिंग समझौते पर बनी सहमति

India China Border: भारत-चीन सीमा विवाद सुलझा! चीनी सेना करेगी पीछे हटने की तैयारी, पेट्रोलिंग समझौते पर बनी सहमति
Last Updated: 8 घंटा पहले

भारत और चीन के बीच एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर जारी सैन्य गतिरोध समाप्त हो गया है। यह गतिरोध पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहा था। मंगलवार को चीन ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि की कि दोनों देशों ने एलएसी पर तनाव को खत्म करने के लिए एक साझा सहमति पर पहुंच गए हैं।

India China: 2022 से पूर्व लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहा सीमा विवाद अब समाप्त हो चुका है। ब्रिक्स सम्मेलन से पहले चीन ने इस समझौते पर अपनी मंजूरी दे दी है। मंगलवार को चीन ने यह पुष्टि की कि उसने पूर्वी लद्दाख में दोनों सेनाओं के बीच गतिरोध को खत्म करने के लिए भारत के साथ एक समझौते पर पहुंचा है। इस समझौते के तहत दोनों पक्षों ने सीमा पर स्थिरता लाने और एक दूसरे के सुरक्षा हितों का सम्मान करने का निर्णय लिया है।

दोनों देशों के बीच समझौता

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने एक मीडिया ब्रीफिंग में बताया, "हाल ही में चीन और भारत के बीच सीमा से संबंधित मुद्दों पर राजनयिक और सैन्य संबंधों के माध्यम से निकट संवाद हुआ है।"

उन्होंने आगे कहा, "अब दोनों पक्ष उन महत्वपूर्ण मामलों पर एक प्रस्ताव पर पहुंच गए हैं जिनके बारे में चीन ने पहले ही चर्चा की थी।" उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि चीन इन प्रस्तावों को लागू करने के लिए भारत के साथ सहयोग करेगा। हालांकि, इस मामले में चीन ने अधिक जानकारी देने से मना कर दिया।

समझौते को लेकर भारतीय सेना की प्रतक्रिया

दोनों देशों के बीच हुए समझौते पर भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जानकारी दी। उन्होंने कहा, "हम अप्रैल 2020 की स्थिति पर वापस जाना चाहते हैं। इसके बाद, हम LAC के विघटन, डी-एस्केलेशन और सामान्य प्रबंधन पर विचार करेंगे। यह हमारा रुख अप्रैल 2020 से लगातार बना हुआ है।"

उपेंद्र द्विवेदी ने आगे बताया, "अभी तक हम विश्वास बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं। यह तब संभव होगा जब हम एक-दूसरे को देख पाएंगे और एक-दूसरे को यह समझाने और आश्वस्त करने में सक्षम होंगे कि हम बनाए गए बफर जोन में घुसपैठ नहीं कर रहे हैं।"

पीएम मोदी की शी जिनपिंग से हो सकती है मुलाकात

रूस के शहर कजान में 22 से 23 अक्टूबर तक ब्रिक्स सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बैठक होने की संभावना है। हालांकि, अभी तक इस द्विपक्षीय बैठक की कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में सीमा विवाद को सुलझाने पर चर्चा हो सकती है।

 

 

 

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