ईरान की कुद्स फोर्स के प्रमुख इस्माइल कानी लापता हो गए हैं। पिछले सप्ताह से उनका ईरान से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। इसी बीच, हिजबुल्लाह के उत्तराधिकारी हाशिम सफीउद्दीन की भी कोई जानकारी नहीं मिल रही है। हिजबुल्लाह हाशिम की खोज में लगी हुई है, लेकिन इजरायल की बमबारी उनकी तलाशी में बाधा उत्पन्न कर रही है। अब इजरायल पर संदेह गहराने लगा है।
Iran: ईरान ने एक अक्टूबर को इजरायल पर 180 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागने के बाद, ईरान की कुद्स फोर्स के प्रमुख इस्माइल कानी के लापता होने की खबरें आ रही हैं। हमले के दो दिन बाद से ईरान उनके साथ संपर्क स्थापित करने में विफल रहा है। जानकारी के अनुसार, कानी ने हिज़्बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह की मृत्यु के बाद लेबनान का दौरा किया था, लेकिन इसके बाद उनके ठिकाने का कोई अता-पता नहीं है।
इजरायल की ओर से हाल ही में कई महत्वपूर्ण इरानी और हिज़्बुल्लाह के नेताओं पर हमले किए गए थे, जिससे कानी की अचानक गुमशुदगी पर संदेह गहराया है।
ईरान के वरिष्ठ सैन्य कमांडर इस्माइल कानी लापता
ईरान के दो सुरक्षा अधिकारियों ने जानकारी दी है कि पिछले हफ्ते गुरुवार को बेरूत में इजरायली एयर स्ट्राइक के बाद से इस्माइल कानी का कोई पता नहीं चला है। ईरानी अधिकारी के अनुसार, वह बेरूत के दहिया क्षेत्र में उपस्थित थे, जहां इजरायल ने हिजबुल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी हाशिम सफीउद्दीन को निशाना बनाया था। हालांकि, ईरानी अधिकारी ने यह भी कहा कि वे इस्माइल सफीउद्दीन से नहीं मिले थे। वहीं, बेरूत में हुए हमले में इस्माइल कानी के मारे जाने की खबरों पर इजरायल ने कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं की है।
हिजबुल्लाह के सफीउद्दीन भी लापता
हिजबुल्लाह का कहना है कि उनके नेता हाशिम सफीउद्दीन से कोई संपर्क स्थापित नहीं हो पा रहा है। उनकी खोज जारी है, लेकिन इजरायल इस खोज को आगे बढ़ने से रोक रहा है। 27 सितंबर को, इजरायल ने बेरूत में एक भयानक बमबारी की थी, जिसमें हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को मार दिया गया था। इसके बाद, हाशिम सफीउद्दीन का नाम उत्तराधिकारी के तौर पर सबसे प्रमुखता से सामने आया।
कौन हैं इस्माइल कानी?
67 वर्षीय इस्माइल कानी का जन्म मशहद शहर में हुआ, जो उत्तर-पूर्वी ईरान में स्थित है। उन्होंने 1980 के दशक में ईरान-इराक युद्ध के दौरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स में शामिल होने का निर्णय लिया। 2020 में, अमेरिकी ड्रोन हमले में ईराक की राजधानी बगदाद में कुद्स फोर्स के प्रमुख कासिम सुलेमानी का निधन हुआ। इसके बाद, ईरान ने इस्माइल कानी को रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स की विदेशी सैन्य खुफिया सेवा का प्रमुख नियुक्त किया।