Iran Israel War: क्या इज़राइल ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर करेगा सैन्य कार्रवाई? अमेरिका ने अपनी रणनीति का किया खुलासा

Iran Israel War: क्या इज़राइल ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर करेगा सैन्य कार्रवाई? अमेरिका ने अपनी रणनीति का किया खुलासा
Last Updated: 05 अक्टूबर 2024

कुछ रिपोर्टों में यह दावा किया गया है कि इज़रायल ईरान के परमाणु संयंत्रों को निशाना बना सकता है। हालांकि, इज़रायल ने इस मामले पर अभी तक अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है।

Iran-Israel: ईरान द्वारा इस हफ्ते इजरायल पर लगभग 180 बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है। इस हमले के जवाब में, इजरायल ने ईरान को "बड़ी कीमत" चुकाने की धमकी दी है, जिससे अटकलें बढ़ गई हैं कि इजरायल जल्द ही ईरान पर जवाबी कार्रवाई कर सकता है।

विश्लेषकों का मानना है कि इस स्थिति में किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई से क्षेत्रीय तनाव और बढ़ सकता है, और यह पूरी तरह से एक नई संकट की शुरुआत कर सकता है।

कुछ रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि इजरायल ईरान के परमाणु संयंत्रों को लक्ष्य बना सकता है। हालांकि, इस विषय पर इजरायल ने अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है। इस सब के बीच, अमेरिकी अधिकारियों ने इस मामले में एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने यह बताया है कि इजरायल के द्वारा परमाणु संयंत्र पर हमले की योजना क्या है।

अमेरिका ने इज़राइल से की समझदारी की अपील

शुक्रवार को सीएनएन को अमेरिकी विदेश विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि यह कहना मुश्किल है कि क्या इज़राइल हमास के 7 अक्टूबर के हमलों की वर्षगांठ का उपयोग प्रतिशोध के लिए करेगा।

जब सीएनएन ने पूछा कि क्या इज़राइल ने अमेरिका को आश्वासन दिया है कि ईरान के परमाणु स्थलों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, तो अधिकारी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि हमें कुछ समझदारी और ताकत देखने को मिलेगी, लेकिन जैसा कि आप जानते हैं, कोई गारंटी नहीं है।" विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "मुझे लगता है कि कुछ मायनों में वे सातवें हमले से बचना चाहेंगे, इसलिए मेरे अनुमान में, अगर कुछ होगा तो वह संभवतः पहले या बाद में होगा।"

ईरान ने इजरायल पर 181 मिसाइलें दागी

ईरान ने 1 अक्टूबर की रात को इजरायल पर 181 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिसके परिणामस्वरूप पूरे देश में हवाई हमले के सायरन बजने लगे। इस घटना ने लगभग 10 मिलियन इजरायलियों को बम आश्रयों में जाने के लिए मजबूर कर दिया। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने तेल अवीव के निकट तीन इज़रायली सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए इस मिसाइल हमले की जिम्मेदारी ली। हालांकि, अधिकांश मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर दिया गया था, फिर भी नुकसान और चोटों के कुछ मामलों की रिपोर्ट मिली।

इजरायल ने हमलों को रोका था

हमलों को इजरायल ने रोक दिया, कुछ लोग हुए घायल समाचार एजेंसी AFP के अनुसार, तेल अवीव में दो नागरिक मामूली रूप से छर्रे लगने से घायल हो गए हैं, जबकि वेस्ट बैंक के जेरिको शहर में एक फ़िलिस्तीनी नागरिक की मिसाइलों में से एक के मलबे के कारण मौत हो गई। इजरायली सेना ने तुरंत यह घोषणा की कि तत्काल खतरा समाप्त हो गया है, और नागरिकों को एक घंटे बाद बम आश्रयों से बाहर निकलने की अनुमति दी गई।

इस हमले पर बाइडेन दी प्रतिक्रिया

अमेरिकी अधिकारियों ने इस सप्ताह की शुरुआत में ईरान के मिसाइल हमले को लेकर इजरायल और उसकी प्रतिक्रिया का समर्थन किया था। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है, जो कि किसी भी देश का अधिकार है। इज़रायल की प्रतिक्रिया के संदर्भ में, निश्चित रूप से, इस हमले के लिए ईरान को परिणाम भुगतने चाहिए। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ईरान की परमाणु सुविधाओं को लक्ष्य बनाने के इजरायल के विचार का विरोध किया।

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