Iran Israel War: इजरायल ने जमीनी जंग में हिजबुल्लाह के छुड़ाए छक्के, 4 दिनों में 250 लड़ाकों को किया नष्ट, दस बिंदुओं से जानें पूरा अपडेट

Iran Israel War: इजरायल ने जमीनी जंग में हिजबुल्लाह के छुड़ाए छक्के, 4 दिनों में 250 लड़ाकों को किया नष्ट, दस बिंदुओं से जानें पूरा अपडेट
Last Updated: 6 घंटा पहले

लेबनान में हिजबुल्लाह को लक्ष्य बनाते हुए इजरायल ने एयर स्ट्राइक को तेज कर दिया है। आईडीएफ का दावा है कि उन्होंने 250 आतंकवादियों को मार गिराया है।

Iran Israel War: मध्य पूर्व में इस समय पूरी दुनिया की नजरें ईरान और इजराइल पर टिकी हुई हैं। ईरान के हमले के बाद सभी की निगाहें इस बात पर थीं कि इजराइल किस प्रकार जवाब देगा, लेकिन इससे पहले ही ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने इस्लामी देशों से एकजुट होने की अपील करते हुए इजराइल पर किए गए हमले को सही ठहराया।

खामेनेई ने पिछले चार वर्षों में पहली बार जुमे की नमाज के दिन लोगों को संबोधित किया। इसके साथ ही यह भी आशंका जताई जा रही है कि यदि इजराइल और ईरान के बीच युद्ध होता है, तो इसका प्रभाव केवल मध्य पूर्व तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि भारत के व्यापारिक संबंधों पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा।

10 महत्वपूर्ण बिंदुओं से समझे

1. इजरायल ने शुक्रवार रात से बेरूर एयरपोर्ट के निकट बमबारी शुरू कर दी है। इससे पहले, इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने लोगों को अपने घरों को खाली करने की चेतावनी जारी की थी। यह संघर्ष लेबनान के सीमावर्ती क्षेत्रों में जारी है। इजरायली हवाई हमलों ने लेबनान के तीन अस्पतालों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है, जिसके कारण यहां चिकित्सा सेवाएं ठप हो गई हैं।

2. आईडीएफ का कहना है कि दक्षिणी लेबनान में चार दिनों तक चली कार्रवाई के दौरान उन्होंने हिजबुल्लाह के 20 कमांडरों सहित 250 लड़ाकों को मार गिराया है, जिनमें पांच बटालियन कमांडर, 10 कंपनी कमांडर और छह प्लाटून कमांडर शामिल हैं। आईडीएफ ने बताया कि इस अवधि में 2000 से अधिक सैन्य लक्ष्यों को नष्ट किया गया।

3. इजरायली सेना ने शनिवार को घोषणा की कि उसके सुरक्षा बलों ने रातभर दक्षिणी लेबनान की एक मस्जिद में हिजबुल्लाह के लड़ाकों पर कार्रवाई की। आईडीएफ ने अपने बयान में कहा, "सुरक्षाबलों ने खुफिया जानकारी के आधार पर हिजबुल्लाह के आतंकवादियों पर हमला किया, जो दक्षिणी लेबनान में सलाह घंडौर अस्पताल के पास स्थित एक मस्जिद के अंदर एक कमांड सेंटर में सक्रिय थे।"

4. लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना (यूएनआईएफआईएल) ने स्पष्ट किया है कि वे दक्षिण बेरूत से नहीं जाएंगे, भले ही इज़राइली रक्षा बल (आईडीएफ) ने उन्हें वहां से हटने की चेतावनी दी हो। यूएनआईएफआईएल ने एक बयान में कहा कि इजरायली सेना ने लेबनान पर संभावित जमीनी आक्रमण के इरादे से उनसे वहां से जाने का अनुरोध किया।

5. जानकारी के अनुसार हिजबुल्लाह से जुड़े एक सूत्र के संदर्भ में जानकारी दी है कि हिजबुल्लाह के पूर्व प्रमुख नसरल्लाह को शुक्रवार (04 अक्टूबर) को एक गुप्त स्थान पर दफनाया गया। सूत्र के अनुसार, हिजबुल्लाह को यह डर था कि इजरायल इस बड़े अंतिम संस्कार को निशाना बना सकता है। इसलिए, सार्वजनिक अंतिम संस्कार आयोजित करना असंभव था।

6. इजरायली हमले में हमास की फाइटिंग ब्रिगेड अल-कसाम के कमांडर सईद अताल्लाह की हत्या कर दी गई है। इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने उत्तरी लेबनान के त्रिपोली शहर में स्थित फलस्तीनी शरणार्थी कैंप पर हमला किया, जिसमें सईद अताल्लाह, उनकी पत्नी और दो छोटी बेटियां मारी गईं।

7. संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत फ्रांसेस्का अल्बानीज ने कहा, "फिलिस्तीन और लेबनान अब ऐसे क्षेत्र बन गए हैं जहाँ इजरायली सेना के नजरिए से कोई नागरिक नहीं बचा है। उन्हें यह यकीन है कि यहां सभी पुरुष, महिलाएं और बच्चे मारने के योग्य हैं।"

8. ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला खामेनेई ने चार साल बाद जुमे की नमाज़ के अवसर पर अपने भाषण में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। खामेनेई ने यह कहा कि उनकी सेना द्वारा इजरायल पर किया गया हमला उसके अपराधों की केवल एक छोटी सी सजा थी। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी, तो वह दोबारा हमला करने के लिए तैयार हैं।

9. हिजबुल्लाह ने आरोप लगाया है कि इजरायली सेना दक्षिणी लेबनान के शहर ओदैसेह में घुसपैठ करने की कोशिश कर रही है, जिसके चलते दोनों पक्षों के बीच झड़पें हो रही हैं। इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान के खियाम शहर और काफर किला के बाहरी क्षेत्रों में बमबारी भी की है।

10. मध्य पूर्व संकट पर अपनी टिप्पणी में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्हें यह नहीं पता कि बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिकी चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं या नहीं। उन्होंने स्पष्ट किया, "किसी भी प्रशासन ने इजरायल को इतनी सहायता नहीं दी, जितनी मैंने दी है। मुझे लगता है कि नेतन्याहू को इस बात का ध्यान रखना चाहिए, लेकिन क्या वे राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं, यह मुझे नहीं पता। हालांकि, मैं उन पर भरोसा नहीं कर रहा हूं।"

 

 

 

 

 

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