मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू आज नई दिल्ली पहुंचे हैं। उन्होंने अपनी 5 दिवसीय यात्रा की शुरुआत आज से की है। इस यात्रा के दौरान, वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता और मुलाकात करेंगे।
New Delhi: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू हाल ही में नई दिल्ली पहुंचे हैं। वह भारत में 5 दिनों तक रहेंगे। इस यात्रा के दौरान उनके साथ उनकी पत्नी और मालदीव की प्रथम महिला साजिदा मोहम्मद भी मौजूद हैं। कुछ समय पहले उनका विमान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा। राष्ट्रपति मुइज्जू अपनी इस यात्रा में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें करेंगे।
पीएम मोदी से मिलने पहुंचे मुइज्जू
यह वही मोहम्मद मुइज्जू हैं, जिन्होंने मालदीव की सत्ता में आते ही भारत के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजा दिया था। पर अब राष्ट्रपति मुइज्जू के तेवर कुछ ठंडे पड़ गए हैं। चीन के प्रति प्रेम रखने वाले मुइज्जू अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए अपनी पहली राजकीय यात्रा पर नई दिल्ली आ रहे हैं। मुइज्जू 6 से 10 अक्टूबर तक दिल्ली का दौरा करेंगे। इससे पहले, वे जून में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए नई दिल्ली आए थे।
मुइज्जू का पूरा कार्यक्रम
मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मुइज्जू 6 से 10 अक्टूबर तक भारत की यात्रा पर रहेंगे। यह डॉ. मुइज्जू की भारत की पहली आधिकारिक द्विपक्षीय यात्रा होगी। उन्होंने इससे पहले जून 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया था। अपनी वर्तमान यात्रा के दौरान, मुइज्जू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ भारत और मालदीव के आपसी हितों के संदर्भ में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
भारत की 'पड़ोसी प्रथम नीति' में है खास स्थान
इसके बाद वह मुंबई और बेंगलुरु भी जाएंगे, जहां वे व्यावसायिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे। उल्लेखनीय है कि मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और प्रधानमंत्री के 'सागर' (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) के दृष्टिकोण और भारत की 'पड़ोसी प्रथम नीति' में इसका एक खास स्थान है।
इससे पहले, विदेश मंत्री एस जयशंकर की मालदीव की हालिया यात्रा के बाद राष्ट्रपति डॉ. मुइज्जू की भारत यात्रा इस बात का प्रमाण है कि भारत अपने मालदीव के साथ संबंधों को अत्यधिक महत्व देता है और यह उम्मीद की जाती है कि इससे लोगों के बीच सहयोग और मजबूती को और बढ़ावा मिलेगा।