अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले हालिया घटनाओं ने चुनावी प्रक्रिया को लेकर संदेह और चिंता पैदा कर दी है। कई स्थानों पर बैलेट ड्रॉप बॉक्स में आग लगने की घटनाएं हुई हैं, जिसके परिणामस्वरूप हजारों वोट नष्ट हो गए हैं।
वॉशिंगटन: अमेरिका में पांच नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले, चुनावी माहौल में तीव्र प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है, खासकर डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स के बीच। दोनों पार्टियों के नेता जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं, और प्री-इलेक्शन वोटिंग भी तेजी से हो रही है। हालांकि, कुछ राज्यों में बैलेट ड्रॉप बॉक्स में आग लगने की घटनाओं ने चुनावी प्रक्रिया को लेकर संदेह की स्थिति उत्पन्न कर दी है। ओरेगन राज्य के पोर्टलैंड क्षेत्र और वाशिंगटन के वैंकूवर शहर में बैलेट ड्रॉप बॉक्स में आग लगने की रिपोर्ट सामने आई है। इन बॉक्स का उपयोग प्री-इलेक्शन के लिए किया गया था और वे वोटों से भरे हुए थे। आग लगने की वजह से ये बैलेट बॉक्स नष्ट हो गए हैं, जिससे हजारों मतपत्र प्रभावित हुए हैं।
मौके पर पहुंची FBI की टीम
संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) के प्रवक्ता स्टीव बर्नड ने पुष्टि की है कि संघीय अधिकारी, राज्य और स्थानीय पुलिस के सहयोग से बैलेट ड्रॉप बॉक्स में आग लगने की घटनाओं की जांच कर रहे हैं। इन घटनाओं के संबंध में सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें वाशिंगटन के पोलिंग बूथ पर धुएं उठते हुए देखा जा सकता हैं।
वैंकूवर पुलिस विभाग ने बताया कि उन्हें सोमवार को बैलेट बॉक्स में आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद उनकी टीम तुरंत मौके पर पहुंची। वहीं, पोर्टलैंड पुलिस विभाग की असिस्टेंट चीफ अमांडा मैकमिलन ने कहा कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि बैलेट बॉक्स में आग लगने का कारण क्या था। जांचकर्ताओं ने यह भी बताया कि यह जानबूझकर लगाई गई आग थी या कोई दुर्घटना, इसके बारे में जांच जारी हैं।
ऑडिटर ग्रेग किमसे ने कहा- 'यह लोकतंत्र पर सीधा हमला हैं'
वाशिंगटन और ओरेगन में बैलेट बॉक्स में आग लगने की घटनाओं से संबंधित कुछ और चिंताजनक जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, जिन बैलेट बॉक्स में आग लगी, उनके बाहर एक संदिग्ध डिवाइस लगी थी। क्लार्क काउंटी के ऑडिटर ग्रेग किमसे ने इसे लोकतंत्र पर सीधा हमला बताते हुए कहा कि इस तरह के कृत्य से चुनावी प्रक्रिया की सुरक्षा को खतरा हो सकता हैं।
वैंकूवर के बैलेट बॉक्स में आग लगने के दौरान फायर सप्रेशन सिस्टम मौजूद था, लेकिन वह सही तरीके से काम नहीं कर रहा था, जिसके कारण हजारों वोट नष्ट हो गए। पोर्टलैंड के एक अधिकारी ने बताया कि वाशिंगटन और पोर्टलैंड की घटनाएं आपस में जुड़ी हुई हैं, जिससे यह संदेह और भी बढ़ गया है कि यह किसी सुनियोजित योजना का हिस्सा हो सकता हैं।
अमेरिकी प्रशासन ने मतदाताओं से आग्रह किया है कि वे अपने बैलेट का स्टेटस ऑनलाइन चेक करें। यदि प्री-पोल में वोटिंग करने के बावजूद उनका वोट रजिस्टर नहीं हुआ है, तो उन्हें दोबारा वोटिंग के लिए आवेदन देने की सलाह दी गई हैं।