कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिमाचल प्रदेश के चुनाव प्रचार में बड़ा वादा किया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी तो वह चार साल के लिए सैनिकों की भर्ती की अग्निवीर योजना को समाप्त करेगी। प्रियंका ने शुक्रवार को कांग्रेस की परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली में यह वादा किया। गौरतलब है कि शुक्रवार को ही उत्तराखंड के 20 साल एक नवयुवक ने अग्निवीर योजना का विरोध करते हुए खुदकुशी कर ली थी। अपनी रैली से पहले प्रियंका ने कांगड़ा के मशहूर शक्तिपीठ ज्वालाजी जाकर पूजा अर्चना की और आशीर्वाद लिया. इस दौरान मंदिर में उन्हें मां की चुनरी भेंट की गई.
दरअसल, प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिमाचल प्रदेश की अपनी तीसरी रैली में भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार को जम कर निशाना बनाया। प्रियंका ने कांगड़ा के नगरोटा-बगवां में परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल में भाजपा के राज में पीपीई किट, पुलिस भर्ती और शिक्षक भर्ती में घोटाले हुए। उन्होंने अग्निवीर योजना को खत्म करने का वादा किया और साथ ही सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना फिर से चालू करने का वादा फिर दोहराया। उन्होंने हर साल एक लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा किया।
सरकारी विभागों में खाली पड़े 63000 पद भरे जाएंगे: प्रियंका गांधी
साथ ही उन्होंने कहा कि युवाओं के रोजगार के लिए कांग्रेस पार्टी गारंटी लेकर आई है. पहली कैबिनेट मीटिंग में एक लाख युवाओं की नौकरी के द्वार खोले जाएंगे. पांच साल में 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा और सरकारी विभागों में खाली पड़े 63000 पद भरे जाएंगे. हर घर लक्ष्मी योजना में महिलाओं को हर महीने 1500 देंगे. इस दौरान प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि सरकार बनने के बाद पहले ही कैबिनेट में ओपीएस बहाली पर फैसला होगा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार न नौजवानों को रोजगार दे सकती है और न ही कर्मचारियों को पेंशन, लेकिन एक के बाद एक कई सार्वजनिक क्षेत्र के बोर्ड-निगम बेच सकती है.
'हिमाचल में हुआ 70 हजार करोड़ का कर्ज'
यही नहीं प्रियंका गांधी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश से बड़ी संख्या में युवा सेना में जाते हैं. अग्निवीर ने युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेरा है, जो युवा अग्निवीर में भर्ती होंगे, उनमें से भी अधिकतर 4-5 साल बाद घर पर बैठ जाएंगे. प्रियंका गांधी ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस सरकार बनने पर अग्निवीर भर्ती योजना को बंद किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जयराम सरकार ने हिमाचल प्रदेश को कर्ज में डुबोया है. प्रदेश में 70 हजार करोड़ का कर्ज हो गया है.