ओडिशा में 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रतिस्पर्धा बढ़ने के साथ ही हिंसात्मक घटनाएं भी बढ़ी हैं। यहां बीजेपी, कांग्रेस और बीजद के बीच लगातार हिंसा देखने को मिल रही है।
भुवनेश्वर न्यूज़: ओडिशा में 2024 के लोकसभा चुनाव का माहौल कुछ अलग ही दिख रहा है। यहां चुनाव में प्रतिस्पर्धा बढ़ने के साथ ही हिंसात्मक घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं। बता दें कि, पहली बार यहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) एवं बीजद के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है और वहीं, कांग्रेसी कार्यकर्त्ता अपने अस्तीत्व की लड़ाई लड़ रहें हैं। लेकिन यहां प्रतिस्पर्धा अगर जंग में बदल जाती है, तो किसी भी पार्टी के लिए सही नहीं हो सकती।
प्रतिस्पर्धा ले रही हिंसा का रूप
मिली जानकारी के अनुसार, इन 2024 के चुनावों में ओडिशा में इस बार प्रतिस्पर्धा बढ़ने के साथ ही हिंसात्मक घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि जब प्रदेश में चुनाव से पहले और चुनाव के बाद हर दिन राजनीतिक हिंसात्मक घटनाएं सामने आ रही हैं।
बताया जा रहा है कि यहां कोई ऐसा चरण नहीं है या यूं कहें कि वोटिंग शुरू होने के बाद ऐसा दिन नहीं गया जब राजनीतिक पार्टियों में हिंसा नहीं हुई हो। चुनाव आयोग की सख्ती एवं पुलिस प्रशासन की तैनाती के बावजूद चुनावों में राजनीतिक हिंसा की घटना प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गई है।
कटक में कार्यकर्त्ताओं के बीच हिंसा
मिली जानकारी के अनुसार, कटक जिले के बांकी थाना के अन्तर्गत बेदपुर गांव में चुनाव के बाद एक हिंसात्मक घटना सामने आयी है। यहां BJD एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुए गुटीय संघर्ष में 6 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इन घायलों को बांकी थाना इलाके में स्थित अस्पताल में भर्ती किया गया है।
बताया जा रहा है कि BJD एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुए गुटीय संघर्ष के बाद देर रात तक दोनों पार्टी के कार्यकर्त्ताओं ने कटक -बांकी के मुख्य मार्ग को अवरोध किया। इस वजह से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और दोनों दल के कार्यकर्ताओं को समझा बुझाकर रास्ता अवरोध समाप्त किया।