NEET पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड संजीव मुखिया पर बिहार पुलिस ने ₹3 लाख का इनाम घोषित किया। अब कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की तैयारी, जानें पूरी अपडेट।
NEET paper leak: नीट (NEET) पेपर लीक मामले में अब बिहार पुलिस ने बड़ी पहल की है। नालंदा जिले के नागरनौसा थाना क्षेत्र के भूतहखार गांव निवासी संजीव मुखिया पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस उसे इस पूरे पेपर लीक नेटवर्क का मास्टरमाइंड मान रही है। कई महीनों से फरार चल रहे संजीव की गिरफ्तारी के लिए यह इनामी घोषणा की गई है ताकि जनता से भी सुराग मिलने की संभावना बढ़े।
घर पर इश्तेहार, अब कुर्की की तैयारी
संजीव मुखिया को पहले भी कई बार आत्मसमर्पण के लिए चेतावनी दी जा चुकी है। पुलिस ने उसके घर पर इश्तेहार चिपकाया था जिसमें सरेंडर की मोहलत दी गई थी, लेकिन उसके रवैये में कोई बदलाव नहीं आया। अब पुलिस ने उसके खिलाफ कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। अगर वह जल्द पुलिस की पकड़ में नहीं आता तो उसकी संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बेटे की गिरफ्तारी और नेटवर्क का खुलासा
इस केस में संजीव मुखिया का बेटा पहले ही गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है। पुलिस को यकीन है कि मुखिया एक संगठित नेटवर्क के ज़रिए इस तरह के पेपर लीक कांड को अंजाम देता रहा है। संजीव मुखिया की गिरफ्तारी से इस नेटवर्क के और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। अब तक इस केस में कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन असली साज़िशकर्ता अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
शिक्षा व्यवस्था की साख पर सवाल
NEET जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद देशभर में शिक्षा व्यवस्था की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठे हैं। यह कांड न केवल अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ है, बल्कि पूरे सिस्टम की विश्वसनीयता को भी ठेस पहुंचाता है। बिहार की आर्थिक अपराध इकाई भी इस मामले में गहराई से जांच कर रही है, और उम्मीद की जा रही है कि संजीव मुखिया की गिरफ्तारी से पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश होगा।
इस पूरे घटनाक्रम पर अब निगाहें टिकी हैं कि क्या पुलिस जनता की मदद से इस फरार आरोपी को जल्द पकड़ पाएगी, या फिर वह कानून की पकड़ से और समय तक बाहर रहेगा।