UPSC Success Story: दिन में नौकरी, रात में पढ़ाई – श्वेता भारती ने नौकरी और पढ़ाई का संतुलन बनाकर IAS में हासिल की सफलता

UPSC Success Story: दिन में नौकरी, रात में पढ़ाई – श्वेता भारती ने नौकरी और पढ़ाई का संतुलन बनाकर IAS में हासिल की सफलता
Last Updated: 4 घंटा पहले

UPSC Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में सफलता प्राप्त करना हर उम्मीदवार का सपना होता है। लेकिन इस सफलता को हासिल करना आसान नहीं होता। अक्सर देखा जाता है कि लोग इसे अपनी पूरी जिंदगी का लक्ष्य बना लेते हैं, जिसके लिए वे 10-12 घंटे पढ़ाई करने का विकल्प चुनते हैं। लेकिन बिहार की श्वेता भारती ने इस मिथक को तोड़ा है। श्वेता ने अपनी सफलता का सफर प्राइवेट सेक्टर में काम करते हुए और अपनी तैयारी को बैलेंस करते हुए तय किया। उनकी कहानी यह दिखाती है कि कड़ी मेहनत, समर्पण और सही मार्गदर्शन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता हैं।

श्वेता भारती का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

श्वेता भारती का जन्म बिहार के नालंदा जिले के राजगीर बाजार में हुआ। स्कूली शिक्षा में हमेशा अव्वल रहने वाली श्वेता ने पटना के ईशान इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की। इसके बाद, उन्होंने भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल और टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। अपनी डिग्री पूरी करने के बाद, श्वेता ने इंडियन मल्टिनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी विप्रो में काम करना शुरू किया।

नौकरी और सिविल सेवा की तैयारी का संतुलन

विप्रो में काम करते हुए श्वेता भारती का मन सिविल सेवा परीक्षा की ओर खिंचने लगा। हालांकि, पारिवारिक जिम्मेदारियां और एक स्थिर करियर की दिशा में यह परिवर्तन आसान नहीं था। श्वेता ने नौकरी छोड़ने के बजाय अपना समय बहुत समझदारी से बाँटा। वह दिन में 9 घंटे काम करतीं और शाम को सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करतीं।

उनका मानना है कि UPSC की तैयारी बहुत ही चुनौतीपूर्ण होती है, लेकिन अगर सही तरीके से समय का प्रबंधन किया जाए तो यह संभव है। श्वेता ने अपने जीवन के इस मुश्किल समय में सोशल मीडिया और ऑनलाइन कम्युनिटीज से खुद को पूरी तरह से अलग कर लिया। वह जानबूझकर स्मार्टफोन का इस्तेमाल भी छोड़ने पर विचार कर रही थीं ताकि वह अपनी पूरी ऊर्जा अपनी पढ़ाई पर केंद्रित कर सकें।

BPSC में सफलता और फिर UPSC में अद्वितीय प्रदर्शन

2020 में श्वेता भारती ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 65वीं परीक्षा में 65वां स्थान हासिल किया। इस सफलता के बाद, उन्हें डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम ऑफिसर (DPO) के पद पर नियुक्त किया गया। हालांकि, उन्होंने BPSC में सफलता के बाद भी UPSC की तैयारी जारी रखी। उनका सपना था कि वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी बनें और देश की सेवा करें।

श्वेता के लिए यह यात्रा आसान नहीं थी, लेकिन उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें 2021 में UPSC की परीक्षा पास करने में सफलता दिलाई। वह UPSC 2021 बैच की 356वीं रैंक के साथ भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की अधिकारी बनीं।

IAS बनने के बाद की यात्रा और वर्तमान जिम्मेदारी

आज श्वेता भारती बिहार के भागलपुर में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से यह साबित कर दिया कि सही दिशा में किए गए प्रयास किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं। श्वेता की सफलता एक उदाहरण है कि अगर किसी में दृढ़ संकल्प और समर्पण हो, तो वह अपनी मेहनत से कोई भी लक्ष्य प्राप्त कर सकता हैं।

श्वेता की सफलता की अहम बातें

•    समय का सही प्रबंधन: श्वेता ने नौकरी और पढ़ाई के बीच संतुलन बनाए रखा। उन्होंने अपने समय का सही तरीके से उपयोग करते हुए UPSC की परीक्षा की तैयारी की।
•    स्मार्टफोन और सोशल मीडिया से दूरी: उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी ताकि उनकी पढ़ाई पर कोई ध्यान भंग न हो।
•    सपने को छोड़ने का नहीं विचार किया: श्वेता ने अपनी नौकरी छोड़ने के बजाय उसका संतुलन बनाकर सिविल सेवा की तैयारी जारी रखी।
•    परिवार का समर्थन: परिवार का समर्थन भी उनकी सफलता में अहम भूमिका निभाता है, जिससे वह अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहीं।

श्वेता की प्रेरणा

श्वेता भारती की सफलता न केवल एक परीक्षा में जीत है, बल्कि यह यह साबित करती है कि सच्ची मेहनत, समर्पण और सही दिशा में किए गए प्रयास किसी भी कठिनाई को पार कर सकते हैं। उनकी कहानी उन सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जो UPSC जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। श्वेता ने दिखा दिया कि जब इरादा मजबूत हो, तो कोई भी सपना असंभव नहीं होता।

श्वेता की यात्रा ने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत में कोई कमी न हो, तो कोई भी मुसीबत या चुनौती हमें हमारे सपनों से दूर नहीं कर सकती। आज श्वेता भारती न केवल एक प्रेरणा हैं, बल्कि उन्होंने यह भी सिद्ध किया कि कठिन परिस्थितियों में भी सफलता पाई जा सकती हैं।

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