Candidates Chess Tournament: डी गुकेश ने 17 साल की उम्र में रचा इतिहास, कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट जीतने वाले बने सबसे युवा खिलाड़ी

Candidates Chess Tournament: डी गुकेश ने 17 साल की उम्र में रचा इतिहास, कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट जीतने वाले बने सबसे युवा खिलाड़ी
Last Updated: 22 अप्रैल 2024

भारत के 17 साल के ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने टोरंटो में खेले जा रहे कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट जीतकर इतिहास रचा और वह वर्ल्ड खिताब के लिए वर्ल्ड चैंपियन को  चुनौती देने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं।

D Gukesh: भारत के 17 वर्षीय ग्रैंडमास्टर D. गुकेश ने टोरंटो में खेले जा रहे कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट (Candidates Chess Tournament) जीतकर इतिहास रचा है। गुकेश वर्ल्ड खिताब जितने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने। बता दें कि अब वर्ल्ड चैंपियन खिताब के लिए उनकी टक्कर चीन के डिंग लिरेन से होगी।

गुकेश ने टूर्नामेंट के 14वें और फाइनल में अमेरिका के हिकारू नाकामुरा के खिलाफ अपना अंतिम दौर का खेल 'ड्रा' खेला। इसके साथ उन्हें 14 में से 9 अंक अर्जित कर टूर्नामेंट का समापन किया। बताया जा रहा है कि वह विश्वनाथन आनंद के बाद कैंडिडेट्स जीतने वाले दूसरे भारतीय बने। 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन रिकॉर्ड आनंद ने 2014 में यह टूर्नामेंट जीता था और उस समय वह 45 साल के थे।

चीन के डिंग लिरेन को दे सकेंगे चुनौती

subkuz.com को मिली जानकारी के अनुसार, इस जीत के साथ ही D.गुकेश मौजूदा विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को इस साल के अंतिम में होने वाले मुकाबले में चुनौती दे सकेंगे। बताया जा रहा है कि चेन्नई के इस युवा चेस खिलाड़ी ने कास्पारोव के रिकॉर्ड को बेहतर कर दिया। रूस के पूर्व महान कास्पारोव 22 साल के थे जब उन्होंने 1984 में हमवतन अनातोली कारपोव के साथ मुकाबले के लिए क्वालिफाई किया था।

गुकेश ने जीत के बाद ख़ुशी जताते हुए कहा, 'मुझे बहुत राहत मिली और बहुत खुशी हुई। मैं फैबियो कारुआना और इयान नेपोमनियाच्ची के खेल को भी फॉलो कर रहा था (ये दोनों भी दावेदार थे और एक अलग मैच में एक दूसरे से भिड़ रहे थे) इसके बाद मैंने एक और खिलाड़ी ग्रेगोरज गाजेव्स्की से बातचीत की, मुझे लगता है कि इससे मदद मिली।'

गुकेश को मिली पुरस्कार राशि

कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट विजेता डी गुकेश को 88,500 यूरो की नकद राशि (करीब 78.5 लाख रुपये) का पुरस्कार मिला। कैंडीडेट्स की कुल पुरस्कार राशि 5 लाख यूरो थी। बता दें कि डी गुकेश भारत के दूसरे ग्रैंडमास्टर हैं, जिन्होंने यह प्रतिष्ठित ख़िताब जीता है। इससे पहले भारत के महान विश्वनाथन आनंद ने इस टूर्नामेंट में जीत हासिल की थी। उन्होंने 5 बार के वर्ल् चैंपियन में अंतिम बार 2014 में खिताब जीता था।

विश्वनाथन आनंद ने ट्विटर जरिए युवा खिलाड़ी को बधाई देते हुए कहा, 'डी गुकेश को सबसे युवा चैलेंजर बनने के लिए बहुत बधाई। आपने जो हासिल किया है उस पर हमें बहुत गर्व है। मुझे व्यक्तिगत रूप से बहुत गर्व है कि आपने कैसे खेला और कठिन परिस्थितियों को संभाला। इस पल का आनंद लें।'

कौन हैं डी गुकेश?

मिली जानकारी के अनुसार, गुकेश का पूरा नाम डोमाराजू गुकेश है और वह चेन्नई के रहने वाले हैं। उनका जन्म चेन्नई में 7 मई 2006 को हुआ था। बता दें कि  7 साल की उम्र में ही उन्होंने शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। शुरूआत में उन्हें भास्कर नागैया ने कोचिंग दी और वे नागैया इंटरनेशनल स्तर के चेस खिलाड़ी रहे हैं। वे चेन्नई में घर में जाकर चेस की ट्रेनिंग देते हैं। इसके बाद विश्वनाथन आनंद ने गुकेश को इस खेल से संबंधित जानकारी देने के साथ कोचिंग दी। डी गुकेश के पिता डॉक्टर हैं और मां पेशे से माइक्रोबायोलोजिस् हैं।

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