बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मैच 29 अक्टूबर को चट्टोग्राम के जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम में खेला जाएगा। पहले टेस्ट में साउथ अफ्रीका ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बांग्लादेश को 7 विकेट से हराया था, जिससे वे सीरीज में 1-0 की बढ़त बना चुके हैं। बांग्लादेश के लिए यह मुकाबला सीरीज में बने रहने के लिहाज से महत्वपूर्ण होगा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट 29 अक्टूबर को चट्टोग्राम के जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम में खेला जाएगा, जहां दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। पहले टेस्ट में साउथ अफ्रीका ने बांग्लादेश को 7 विकेट से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की थी और अब उनकी नजरें इस मैच को जीतकर सीरीज में क्लीन स्वीप करने पर हैं। वहीं, बांग्लादेश के लिए यह मैच सीरीज में वापसी करने और घरेलू दर्शकों के सामने सम्मान बचाने का मौका होगा।
चट्टोग्राम का पिच पारंपरिक रूप से स्पिन गेंदबाजों के लिए अनुकूल माना जाता है, जो दोनों टीमों के स्पिन विभाग को अहम भूमिका निभाने का मौका देगा। इस टेस्ट में साउथ अफ्रीका अपने आक्रामक खेल के साथ सीरीज खत्म करना चाहेगी, जबकि बांग्लादेश की टीम मजबूती से वापसी करने की पूरी कोशिश करेगी।
BAN vs SA हेड टू हेड रिकॉर्ड
बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका के बीच टेस्ट क्रिकेट में अब तक 15 मुकाबले हुए हैं, जिनमें साउथ अफ्रीका का दबदबा रहा है। इन 15 मैचों में से साउथ अफ्रीका ने 13 में जीत हासिल की है, जबकि दो मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए। बांग्लादेश अब तक साउथ अफ्रीका को टेस्ट में हरा नहीं सका है, जो उनके लिए एक चुनौती भरा रिकॉर्ड हैं। पिछली बार दोनों टीमों ने 2022 में टेस्ट सीरीज खेली थी, जब बांग्लादेश ने साउथ अफ्रीका का दौरा किया था। उस सीरीज में साउथ अफ्रीका ने बांग्लादेश को 2-0 से हराया था। अब बांग्लादेश घरेलू मैदान पर इस रिकॉर्ड को बदलने और साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहली टेस्ट जीत दर्ज करने का प्रयास करेगा।
पिच रिपोर्ट
चट्टोग्राम के जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम की पिच पर रिपोर्ट्स के अनुसार, स्पिनरों को खासा फायदा मिलता है। पहले एक से दो दिन पिच बल्लेबाजों के अनुकूल रहती है और नई गेंद से तेज गेंदबाजों को भी थोड़ी मदद मिल सकती है। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता है, पिच धीरे-धीरे टूटने लगती है, जिससे बल्लेबाजों के लिए चुनौतियां बढ़ जाती हैं और स्पिनरों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती हैं।
टॉस जीतने वाली टीम के लिए पहले बल्लेबाजी करना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि शुरुआती दिनों में रन बनाने का मौका होता है। इसके बाद, अंतिम दिनों में पिच धीमी हो जाती है और गेंद टर्न लेने लगती है, जो स्पिनरों के लिए आदर्श स्थिति है। ऐसे में स्पिनर मैच में अहम योगदान दे सकते हैं।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग इलेवन
बांग्लादेश: शादमान इस्लाम, महमूदुल हसन जॉय, नजमुल हुसैन शान्तो (कप्तान), मोमिनुल हक, मुश्फिकुर रहीम, लिट्टन दास (डब्ल्यू), मेहदी हसन मिराज, जेकर अली, नईम हसन, ताइजुल इस्लाम और हसन महमूद।
दक्षिण अफ्रीका: टोनी डी ज़ोरज़ी, एडेन मार्कराम (कप्तान), ट्रिस्टन स्टब्स, डेविड बेडिंघम, रयान रिकेलटन, मैथ्यू ब्रीट्ज़के, काइल वेरेन (डब्ल्यू), वियान मुल्डर, केशव महाराज, कैगिसो रबाडा और डेन पिड्ट।