IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे पहले टेस्ट में केएल राहुल के विकेट पर खड़ा हुआ विवाद, कमेंटेटरों ने उठाए सवाल, जानिए क्या है मामला?

IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे पहले टेस्ट में केएल राहुल के विकेट पर खड़ा हुआ विवाद, कमेंटेटरों ने उठाए सवाल, जानिए क्या है मामला?
Last Updated: 6 घंटा पहले

पर्थ टेस्ट मैच में भारत के लिए शुरुआत अच्छी नहीं रही है। पहले ही सेशन में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारत के चार बड़े विकेट झटके, जिससे भारतीय टीम दबाव में आ गई। एक प्रमुख घटना में केएल राहुल के विकेट पर विवाद खड़ा हो गया। 

स्पोर्ट्स न्यूज़: पर्थ टेस्ट मैच में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले दिन ही विवाद खड़ा हो गया है। यह विवाद केएल राहुल के कैच आउट होने के फैसले से जुड़ा हुआ है, जिसमें थर्ड अंपायर ने एक विवादित निर्णय दिया। इस फैसले को लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम पर बेईमानी के आरोप लग रहे हैं। भारतीय टीम के कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने शुरुआत से ही भारतीय बल्लेबाजों को संघर्ष में डाल दिया। 

गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा और जल्दी-जल्दी विकेट चटकाए। हालांकि, केएल राहुल दूसरे छोर पर खड़े होकर अच्छी लय में दिख रहे थे, लेकिन थर्ड अंपायर का विवादित फैसला उनकी पारी को समाप्त कर गया।

मैच के दौरान राहुल के साथ हुई बेईमानी

पर्थ टेस्ट में केएल राहुल के आउट होने का फैसला वाकई विवादित साबित हुआ। 23वें ओवर में पैट कमिंस ने मिचेल स्टार्क को गेंद दी, और राहुल ने गेंद को डिफेंड करने की कोशिश की। गेंद उनके बल्ले के पास से विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों में चली गई। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जोरदार अपील की, लेकिन अंपायर ने पहले तो उन्हें आउट नहीं दिया। फिर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने रिव्यू लिया।

रिव्यू के दौरान रिप्ले दिखाने पर बैक कैमरा एंगल से यह साफ दिखाई दिया कि बैट और बॉल के बीच गैप था, लेकिन फिर भी स्निको मीटर में हल्की सी हरकत दिखाई दी, जिससे अंपायर ने इसे संज्ञान में लिया। इसके बाद फ्रंट कैमरा से यह पाया गया कि बैट और पैड के बीच टक्कर हुई थी, और स्निको मीटर में केवल एक आवाज आई। फ्रंट कैमरा से यह स्पष्ट था कि बैट और पैड टकराए हैं, जिसका मतलब था कि स्निको मीटर में एक ही आवाज की संभावना थी। हालांकि, बैक कैमरा एंगल ने दिखाया कि बैट और बॉल दूर थे और अगर टक्कर मानी भी जाए तो स्निको मीटर में दो आवाजें आनी चाहिए थीं, जो नहीं आईं।

कमेंटेटरों ने बभी उठाए सवाल

यह फैसला सचमुच हैरान करने वाला था, और जैसे ही यह हुआ, कमेंटेटर्स और क्रिकेट विशेषज्ञ भी चौंक गए। बैक कैमरा एंगल से यह स्पष्ट था कि गेंद और बल्ले के बीच कोई संपर्क नहीं हुआ था, जबकि फ्रंट कैमरा एंगल से साफ दिख रहा था कि बल्ला और पैड टकराए हैं, जिससे स्निको मीटर में हल्की सी हरकत हुई। संजय मांजरेकर ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर अंपायर ने सभी कैमरा एंगल्स को ध्यान से देखा होता तो शायद फैसला अलग होता, क्योंकि बैक कैमरा एंगल से तो यह साफ दिखता है कि गेंद और बल्ला नहीं टकराए, और स्निको मीटर में एक ही हरकत बैट-पैड के टकराने से हुई है, न कि बैट और बॉल के संपर्क से।

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने भी इसी पर अपनी राय जाहिर करते हुए कहा कि अंपायर ने केवल स्निको मीटर को देखा और उसे आधार बना कर राहुल को आउट कर दिया, जबकि सभी कैमरा एंगल्स को सही से देखना जरूरी था। उन्होंने कहा कि अगर अन्य कैमरा एंगल्स पर गौर किया जाता तो शायद राहुल को नॉट आउट दिया जाता। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाजों ने भी यही माना कि स्निको मीटर की आवाज बैट-पैड की टकराहट से आई है, जबकि बैट और बॉल के बीच कोई संपर्क नहीं था, और दोनों में साफ गैप था।

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