साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज मार्को यानसेन की घातक गेंदबाजी (7 विकेट) के सामने श्रीलंकाई बल्लेबाज टिक नहीं सके। पहली पारी में सिर्फ 42 रनों पर ढेर होकर श्रीलंका ने टेस्ट इतिहास का अपना सबसे छोटा स्कोर दर्ज किया।
SA vs SL, 1st Test: दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के बीच चल रहे पहले टेस्ट मैच में श्रीलंकाई बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज मार्को यानसेन की शानदार गेंदबाजी के सामने श्रीलंकाई टीम पहली पारी में केवल 42 रन पर ऑलआउट हो गई। यह स्कोर श्रीलंकाई टीम के टेस्ट इतिहास का सबसे कम स्कोर है और साथ ही 100 साल बाद एक और शर्मनाक रिकॉर्ड जुड़ गया है।
इससे पहले, 1924 में एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की टीम 30 रन पर ढेर हो गई थी, और अब श्रीलंकाई टीम 42 रन पर सिमट गई है। इस मैच में यानसेन ने केवल 13 रन देकर सात विकेट लेकर श्रीलंकाई बल्लेबाजों को बुरी तरह ध्वस्त कर दिया।
विराट गेंदबाजी का सामना नहीं कर पाए थे श्रीलंकाई बल्लेबाज
श्रीलंकाई टीम ने अपने घर पर न्यूजीलैंड को हाल ही में टेस्ट सीरीज में हराया था, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनका बल्लेबाजी प्रदर्शन पूरी तरह से विफल रहा। यानसेन की स्विंग और गति के सामने श्रीलंकाई बल्लेबाजों का कोई भी टिकाव नहीं हो पाया। इस दौरान श्रीलंकाई टीम के नौ बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाए और पांच बल्लेबाजों ने तो खाता भी नहीं खोला। केवल दो बल्लेबाज—कमिंडु मेंडिस (13 रन) और लाहिरू कुमारा (10 रन)—ही दहाई के अंक तक पहुंचे। यानसेन की घातक गेंदबाजी के बाद श्रीलंका की पूरी टीम 42 रन पर सिमट गई, जिससे दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में 149 रन की बढ़त मिल गई।
श्रीलंकाई टीम का टेस्ट इतिहास में न्यूनतम स्कोर
श्रीलंका के इस शर्मनाक स्कोर के साथ उनकी टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे कम स्कोर बनने का रिकॉर्ड जुड़ गया। इससे पहले श्रीलंका का न्यूनतम स्कोर 71 रन था, जो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 1994 में हासिल किया था। श्रीलंकाई क्रिकेट को इस हार के बाद काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले कई बड़ी टीमों ने भी टेस्ट मैचों में ऐसे निराशाजनक स्कोर का सामना किया है, जिनमें न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और भारत शामिल हैं।
दक्षिण अफ्रीका को मिली मजबूत बढ़त
दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका को केवल 42 रन पर समेटने के बाद अपनी पहली पारी में 191 रन बनाए। इसके बाद, दूसरे दिन स्टंप्स तक दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में 40 ओवर में 132 रन बना लिए, जिससे उनकी कुल बढ़त 281 रन तक पहुंच गई। दक्षिण अफ्रीका के पास अब सात विकेट शेष हैं, और मैच की मौजूदा स्थिति को देखते हुए उन्हें टेस्ट जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
दक्षिण अफ्रीका की पकड़ मजबूत
दूसरे दिन के स्टंप्स तक, दक्षिण अफ्रीका ने 281 रन की बढ़त ले ली है। उनकी टीम की स्थिति बेहद मजबूत है, और अगर वे इसी तरह से खेलते रहे तो श्रीलंका के लिए मुकाबला जीतने की संभावना बेहद कम है। श्रीलंका को अब जीतने के लिए न केवल अपनी गेंदबाजी पर ध्यान केंद्रित करना होगा, बल्कि बल्लेबाजी में भी अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा।
आंकड़े और रिकॉर्ड: श्रीलंकाई टीम का शर्मनाक प्रदर्शन
श्रीलंकाई टीम का 42 रन पर ऑलआउट होना टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे खराब प्रदर्शन में शामिल हो गया है। निम्नलिखित टीमों ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम स्कोर पर ऑलआउट होने का शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज किया है:
न्यूजीलैंड - 26 रन
दक्षिण अफ्रीका - 30 रन
दक्षिण अफ्रीका - 30 रन
दक्षिण अफ्रीका - 35 रन
दक्षिण अफ्रीका - 36 रन
ऑस्ट्रेलिया - 36 रन
भारत - 36 रन
आयरलैंड - 38 रन
श्रीलंका - 42 रन
दक्षिण अफ्रीका - 43 रन
मार्को यानसेन का ऐतिहासिक प्रदर्शन
इस मैच में मार्को यानसेन की गेंदबाजी ने इतिहास रच दिया। उन्होंने 13 रन देकर सात विकेट झटके, जो कि दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट क्रिकेट में तीसरा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है। यानसेन ने श्रीलंकाई बल्लेबाजों को पूरी तरह से परेशान किया और उनकी टीम को एक शर्मनाक हार से दो-चार कराया। उनका यह प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट में हमेशा याद रखा जाएगा।
मैच के बाद की स्थिति
अब मैच के आगे के भाग में दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट जीतना आसान नजर आ रहा है। उनके पास एक बड़ी बढ़त है, और उनकी टीम पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरी हुई है। वहीं, श्रीलंकाई टीम के लिए यह टेस्ट मैच अब अपनी प्रतिष्ठा बचाने का सवाल बन चुका है। उन्हें बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है, अगर वे इस टेस्ट मैच में वापसी करना चाहते हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे कम स्कोर पर ऑलआउट होने वाली टीमें
न्यूजीलैंड - 26 रन
दक्षिण अफ्रीका - 30 रन
ऑस्ट्रेलिया - 36 रन
भारत - 36 रन
आयरलैंड - 38 रन
श्रीलंका - 42 रन