डोनाल्ड ट्रंप ने बंपर जीत के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीता है। अब सवाल यह उठता है कि उनके कार्यकाल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दो प्रमुख प्लेटफॉर्म, ChatGPT और Google Gemini AI, का क्या होगा? खासकर जब एलन मस्क ने ट्रंप का खुलकर समर्थन किया है।
US Elections Results 2024: डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है, और इस जीत से सिर्फ ट्रंप बल्कि एलन मस्क भी खुश होंगे, जिन्होंने चुनाव में ट्रंप का खुलकर समर्थन किया और प्रचार के लिए दान भी दिया। अब सवाल यह है कि मस्क को इस जीत से किस तरह का फायदा हो सकता है?
मस्क ने पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के प्रमुख प्लेटफॉर्म्स, ChatGPT और Google Gemini AI, की आलोचना की थी। अब, ट्रंप के शासन में इन एआई प्लेटफॉर्म्स का भविष्य क्या होगा? यह सवाल अहम है, खासकर जब मस्क का ट्रंप से करीबी रिश्ता है।
ट्रंप के खिलाफ नजर आता है बायस
एलन मस्क, जो गूगल और चैटGPT के मुखर आलोचक रहे हैं, ने इन प्लेटफॉर्म्स पर ट्रंप के प्रति पक्षपात का आरोप भी लगाया है। मस्क का कहना है कि गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ट्रंप को लेकर पक्षपाती रिजल्ट्स दिखाते हैं। खास बात यह है कि माइक्रोसॉफ्ट ने ओपनएआई, जो चैटGPT का निर्माता है, में भारी निवेश किया है। मस्क ने बार-बार इस पक्षपाती रवैये पर सवाल उठाए हैं, जिससे इन AI प्लेटफॉर्म्स के भविष्य पर भी सवाल खड़े होते हैं।
मस्क ने दान के मुद्दे पर उठाए सवाल
एलन मस्क ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें दावा किया गया कि गूगल और माइक्रोसॉफ्ट कमला हैरिस की डेमोक्रेटिक पार्टी को बड़े पैमाने पर दान देती हैं। मस्क के अनुसार, यह कंपनियां पक्षपाती रवैया अपना रही हैं, खासकर जब बात डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बारे में चैटजीपीटी के जवाबों की हो।
कुछ पोस्टों में यह दावा भी किया गया कि ट्रंप और हैरिस के बारे में चैटजीपीटी के जवाबों में बड़ा अंतर था, जहां हैरिस के बारे में जवाबों में उनके सपोर्ट की वकालत की गई थी। हालांकि, यह पोस्ट बाद में हटा दी गईं।
एलन मस्क का ChatGPT से क्या है रिश्ता?
चैटजीपीटी, जो आज एआई की दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है, की शुरुआत एलन मस्क और उनके साथियों ने 2015 में की थी। हालांकि, बाद में मस्क का इस प्लेटफॉर्म से मतभेद हो गया और 2018 में उन्होंने ओपनएआई को अलविदा ले लिया।
मस्क ने आरोप लगाया कि ओपनएआई ने अपने नॉन-प्रॉफिट उद्देश्य को भुलाकर पैसे कमाने की राह पकड़ ली। इसके बाद, जब माइक्रोसॉफ्ट ने ओपनएआई में भारी निवेश किया, तो मस्क माइक्रोसॉफ्ट से भी नाराज हो गए।
मस्क ने दी चेतावनी
अप्रैल 2024 में एलन मस्क ने एक पोस्ट का जवाब देते हुए कहा कि अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को सुपर पावरफुल एआई में साफ तौर पर या खुलकर प्रोग्राम किया जाए, तो यह सभ्यता के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है। मस्क ने आगे लिखा कि अब कल्पना करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ऐसा पहले ही Google Gemini और OpenAI ChatGPT में Program किया जा चुका है।
ट्रंप की एआई पॉलिसी
यह साफ हो जाता है कि एलन मस्क की गूगल, चैटजीपीटी, और माइक्रोसॉफ्ट से काफी खटपट है, क्योंकि मस्क अब अपनी खुद की AI कंपनी xAI चला रहे हैं, जिसका Grok AI टूल चैटजीपीटी और Google Gemini के साथ मुकाबला करता है। अब सवाल यह है कि AI को लेकर डोनाल्ड ट्रंप किस तरह की पॉलिसी अपनाएंगे। मस्क ने ट्रंप का खुलकर समर्थन किया है, तो क्या ट्रंप की AI पॉलिसी भी मस्क की सोच से प्रभावित होगी? इसका जवाब तो आने वाला समय ही दे पाएगा।