NVIDIA AI Summit 2024 का आयोजन जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में हुआ, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने भी भाग लिया। इस समिट के दौरान एनवीडिया और रिलायंस के बीच एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदारी की घोषणा की गई। एनवीडिया के सीईओ जेन्सन हुआंग ने इस अवसर को भारत के लिए एक शानदार मौका बताया। इस पार्टनरशिप के तहत भारत में एआई तकनीकों के लिए एक मजबूत आधारभूत संरचना स्थापित करने की योजना बनाई गई है।
नई दिल्ली: मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में NVIDIA AI Summit 2024 का आयोजन हुआ, जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस समिट में एनवीडिया के सीईओ जेन्सन हुआंग और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरपर्सन मुकेश अंबानी के बीच एक महत्वपूर्ण पार्टनरशिप की घोषणा हुई।
इस सहयोग के तहत, एनवीडिया और रिलायंस मिलकर भारत में एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करेंगे। एनवीडिया, जो कि दुनिया की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनी है और मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी मानी जाती है, ने इस साझेदारी के माध्यम से भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति और मजबूत करने की योजना बनाई है। वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज, जो भारत की सबसे बड़ी कंपनी है, एआई टेक्नोलॉजी को अपनाने में अग्रणी भूमिका निभा रही है।
भारत के लिए एक सुनहरा अवसर
Jensen Huang ने इस मौके पर कहा कि भारत की युवा आबादी में से एक बड़ा हिस्सा कंप्यूटर इंजीनियर्स का है। यदि भारत में एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जाता है, तो यह देश के लिए एक अद्वितीय अवसर साबित होगा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अमेरिका और चीन के साथ-साथ भारत भी डिजिटल कनेक्टिविटी के मामले में एक मजबूत बुनियाद रखता है।
उनके अनुसार, यदि भारत में एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित होता है, तो देश की कम्प्यूटिंग क्षमताएं एक साल के भीतर लगभग 20 गुना बढ़ सकती हैं। यह न केवल भारत की तकनीकी विकास में योगदान देगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसे एक प्रमुख खिलाड़ी बना सकता है।
एनवीडिया करेगा भारत में एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा है कि जिस तरह जियो ने टेलीकॉम सेक्टर में क्रांति लाई है, उसी प्रकार एनवीडिया भी उच्च गुणवत्ता वाले एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करेगा। उन्होंने बताया कि रिलायंस और एनवीडिया ने पिछले साल मिलकर भारत में सुपरकंप्यूटर विकसित करने का ऐलान किया था।
अब दोनों कंपनियों ने लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स (LLM) विकसित करने का भी वादा किया है। उल्लेखनीय है कि एनवीडिया ने टाटा ग्रुप के साथ भी LLM के विकास के लिए साझेदारी की थी।
एनवीडिया का कंप्यूटिंग सिस्टम
मुकेश अंबानी ने एनवीडिया के कंप्यूटिंग सिस्टम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसका GB-200 सिस्टम अब तक की सर्वश्रेष्ठ तकनीक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि एनवीडिया का सिस्टम अत्याधुनिक है और भारत को विश्वस्तरीय एआई सेवाएं प्रदान करने की क्षमता रखता है। कंपनी अब विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए तैयार है। इसके लक्ष्यों में तकनीकी नवाचार, गुणवत्ता में सुधार, और ग्राहक सेवा को बढ़ावा देना शामिल है।
एनवीडिया की कंप्यूटिंग पावर से मिलेगी नई गति
रिलायंस इंडस्ट्रीज और एनवीडिया के बीच हुई साझेदारी के तहत, एनवीडिया क्लाउड एआई इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म के निर्माण के लिए आवश्यक कंप्यूटिंग पावर प्रदान करेगा। वहीं, रिलायंस की टेलीकॉम कंपनी जियो इस इन्फ्रास्ट्रक्चर को मेंटेन करने के साथ-साथ ग्राहक सहभागिता का भी ध्यान रखेगी। Jensen Huang ने उल्लेख किया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज, जियो के 45 करोड़ ग्राहकों के लिए एआई एप्लिकेशन और सेवाएं विकसित करेगी, जिससे ग्राहकों को बेहतर अनुभव मिलेगा।