कर्ज चुकाने के लिए नए लोन का सहारा लेना कई लोगों के लिए एक आम सोच बन गई है। उन्हें ऐसा लगता है कि नए लोन के माध्यम से वे अपने पिछले कर्जों का भुगतान कर सकते हैं। कुछ परिस्थितियों में यह विचार सही हो सकता है, लेकिन यह हमेशा फायदेमंद नहीं होता। आइए यह समझते हैं कि पुराने कर्ज को चुकाने के लिए नए लोन का विकल्प कब लेना चाहिए और कब नहीं।
नई दिल्ली: हमें अक्सर अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ऋण लेने की आवश्यकता होती है। कई बार हम अपने जान-पहचान वालों से उधारी लेते हैं, या फिर बैंक या अन्य वित्तीय संस्थानों से लोन प्राप्त करते हैं। कुछ लोग मजबूरी में एक से अधिक लोन भी लेते हैं। इस स्थिति में कभी-कभी यह विचार मन में आता है कि क्या नए लोन से पुराने सभी कर्ज खत्म करना अधिक फायदेमंद रहेगा। आइए, इस सवाल का जवाब समझते हैं।
कर्ज चुकाने के लिए नया लोन लेना सही है?
पुराने कर्ज को चुकाने के लिए नया लोन लेना कुछ विशेष परिस्थितियों में ही समझदारी भरा हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आपने अपने क्रेडिट कार्ड पर अधिक खर्च कर लिया है और उस पर ड्यू डेट के बाद 30 प्रतिशत का ब्याज देना पड़ रहा है, तो इसे चुकाने के लिए आप पर्सनल लोन ले सकते हैं, जिसकी ब्याज दर लगभग 15 प्रतिशत हो सकती है। हमेशा ध्यान रखें कि पुराने कर्ज को चुकाने के लिए नया लोन तभी लें, जब नए लोन की ब्याज दर पुराने कर्ज की ब्याज दर से कम हो।
कर्ज चुकाने के लिए नया लोन लेने के जोखिम
कर्ज का जाल: नया लोन लेने से आप कभी न खत्म होने वाले कर्ज के जाल में फंस सकते हैं, जहां आपको एक कर्ज चुकाने के लिए दूसरा लेना पड़ता रहेगा।
महंगा लोन: अगर नया लोन महंगा हुआ, तो यह आपकी परेशानी बढ़ा सकता है और कर्ज का बोझ भी बढ़ा देगा, जिससे आपकी आर्थिक स्थिरता खतरे में पड़ सकती है।
अतिरिक्त चार्ज: नए पर्सनल लोन के साथ ओरिजिनेशन फीस, प्रीपेमेंट पेनल्टी जैसे अतिरिक्त चार्ज जुड़ते हैं, जो आपके लोन की कुल लागत को बढ़ा सकते हैं।
क्रेडिट स्कोर पर प्रभाव: बार-बार कर्ज लेने से आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है, जिससे भविष्य में कर्ज लेना मुश्किल हो सकता है।
रीपेमेंट में देरी: यदि आप नए लोन का रीपेमेंट करने में देरी करते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर नकारात्मक प्रभाव में जा सकता है।
इन उपायों पर कर सकते हैं अमल
लोन समेकन: आप अपने सभी कर्जों को एक ही लोन में मिला सकते हैं। अगर इसमें कम ब्याज दर की सुविधा मिले, तो यह आपके लिए और भी फायदेमंद होगा।
बजट प्रबंधन: अपने बजट को बेहतर तरीके से मैनेज करें। खर्चों को कम करके कर्ज चुकाने के लिए अधिक पैसे बचा सकते हैं।
कर्जदाता से बातचीत: अपने कर्जदाता से संपर्क करें। यदि वे कर्ज माफी या किसी तरह की रियायत दे सकें, तो यह आपके लिए लाभकारी हो सकता है।
कर्ज सलाहकार से सलाह: किसी पेशेवर कर्ज सलाहकार से मशविरा करें। इससे आपको अपना कर्ज चुकाने के लिए एक बेहतर योजना बनाने में मदद मिल सकती है।