भारतीय शेयर बाजार में गिरावट जारी है, जिससे BSE का मार्केट कैप 400 लाख करोड़ रुपये से नीचे आ गया। आठ ट्रेडिंग सेशंस में निवेशकों के 28 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
Stock Market Crash: भारतीय शेयर बाजार का मार्केट कैप (Mcap) शुक्रवार (14 फरवरी) को 400 लाख करोड़ रुपये के स्तर से नीचे फिसल गया। लगातार आठवें दिन बाजार में गिरावट दर्ज की गई, जिससे बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप (Mcap) घटकर 3,99,74,912 करोड़ रुपये रह गया।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट जारी
शुक्रवार को दोपहर 12:45 बजे, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 454.69 अंक या 0.60% गिरकर 75,684.28 पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty50) दोपहर 12:50 बजे 205.00 अंक या 0.89% गिरकर 22,826.40 पर पहुंच गया।
2024 में बना था नया कीर्तिमान
भारतीय शेयर बाजार ने 8 अप्रैल, 2024 को नया कीर्तिमान बनाया था, जब इसका मार्केट कैप पहली बार 400 लाख करोड़ के पार पहुंचा था। पुराने आंकड़ों के मुताबिक, 5 जुलाई 2024 को यह 300 लाख करोड़ रुपये था।
भारत का मार्केट कैप 2007 में 50 लाख करोड़ रुपये, 2014 में 100 लाख करोड़ रुपये और फरवरी 2021 में 200 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया था।
8 ट्रेडिंग सेशन में 28 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
पिछले आठ ट्रेडिंग सेशन में घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट के कारण बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 400 लाख करोड़ रुपये से नीचे चला गया। इन आठ सेशन्स में कुल 28 लाख करोड़ रुपये से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।
बीएसई की वेबसाइट के अनुसार, बाजार का मार्केट कैप 5 फरवरी को 428,03,611 करोड़ रुपये था, जो शुक्रवार को घटकर 3,99,74,912 (अस्थायी) रह गया। इस तरह, पिछले आठ ट्रेडिंग सेशन में 28,28,699 करोड़ रुपये की गिरावट आई।
8 दिन में BSE मार्केट कैप 428 लाख करोड़ से 399 लाख करोड़ पर पहुंचा
भारतीय शेयर बाजार का मार्केट कैप 5 फरवरी को 42,803,611 करोड़ रुपये था। इसके बाद लगातार गिरावट दर्ज की गई:
6 फरवरी: 42,580,986 करोड़ रुपये
7 फरवरी: 42,478,048 करोड़ रुपये
10 फरवरी: 41,856,905 करोड़ रुपये
11 फरवरी: 40,926,436 करोड़ रुपये
12 फरवरी: 40,823,480 करोड़ रुपये
13 फरवरी: 40,804,909 करोड़ रुपये
14 फरवरी: 3,99,74,912 करोड़ रुपये
पिछले 10 वर्षों में सबसे खराब शुरुआत
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने 2025 के पहले छह हफ्तों में भारतीय बाजार से 10 अरब डॉलर (करीब 97,000 करोड़ रुपये) मूल्य के शेयर बेच दिए हैं। यह अब तक किसी भी वर्ष की सबसे अधिक बिकवाली है। विदेशी निवेशकों की इस भारी बिकवाली के कारण, 2025 के शुरुआती महीनों में भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन पिछले एक दशक में सबसे खराब रहा है।