रिलायंस इंडस्ट्रीज़ समाचार: मुकेश अंबानी की कंपनी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है। यह मामला कथित तौर पर शेयरों की हेराफेरी के कारण लगाए गए 25 करोड़ रुपये के जुर्माने से संबंधित है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे शीर्ष अदालत ने खारिज कर दिया। जानें पूरा मामला क्या है
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण (सैट) के आदेश के खिलाफ भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की याचिका खारिज कर दी। यह मामला अंबानी पर कथित तौर पर शेयरों में हेराफेरी के आरोप में लगाए गए ₹25 करोड़ के जुर्माने से जुड़ा था।
हालांकि, प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण (SAT) ने इस जुर्माने को खारिज कर दिया था। इसके बाद SEBI ने सुप्रीम कोर्ट में इस फैसले को चुनौती दी थी। जस्टिस जे. बी. पारदीवाला और जस्टिस आर. महादेवन की बेंच ने SEBI की अपील पर सुनवाई करते हुए कहा कि वे SAT के आदेश में हस्तक्षेप नहीं करना चाहतीं।
सुप्रीम कोर्ट ने SEBI की अपील खारिज की
सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की मुकेश अंबानी से जुड़े मामले में अपील खारिज कर दी। यह मामला नवंबर 2007 में रिलायंस पेट्रोलियम लिमिटेड (RPL) के शेयरों में कथित हेराफेरी के कारण लगाए गए ₹25 करोड़ के जुर्माने से जुड़ा था।
जस्टिस जे. बी. पारदीवाला और जस्टिस आर. महादेवन की बेंच ने SEBI की याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा, इस अपील में हमारे हस्तक्षेप का कोई कानूनी सवाल शामिल नहीं है। इसलिए याचिका को खारिज किया जाता है। बेंच ने आगे कहा, आप इस तरह किसी व्यक्ति का लगातार पीछा नहीं कर सकते।
SEBI ने इस फैसले के खिलाफ 4 दिसंबर, 2023 को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, लेकिन कोर्ट ने सैट के आदेश में कोई हस्तक्षेप नहीं करने का निर्णय लिया।
कुल मिलाकर जुर्माना कितना था?
सेबी ने जनवरी 2021 में आरपीएल मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) पर ₹25 करोड़, मुकेश अंबानी पर ₹15 करोड़, नवी मुंबई SEZ प्राइवेट लिमिटेड पर ₹20 करोड़ और मुंबई SEZ लिमिटेड पर ₹10 करोड़ का जुर्माना लगाया था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में जारी गिरावट
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है। सोमवार को बीएसई पर रिलायंस के शेयर 0.85% की गिरावट के साथ ₹1273.05 पर बंद हुए, जिससे कंपनी का मार्केट कैप ₹17,22,738.73 करोड़ रुपये रह गया।
रिलायंस के शेयरों में गिरावट की प्रवृत्ति जुलाई से शुरू हुई थी, और पिछले एक महीने में इसमें 7% की गिरावट आई है। यह गिरावट कंपनी के निवेशकों के लिए चिंता का कारण बनी हुई है, क्योंकि इसके शेयरों में लगातार गिरावट से बाजार में असमंजस का माहौल बना हुआ है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का नेट प्रॉफिट
रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए दूसरी तिमाही में वित्तीय परिणाम चिंताजनक रहे। कंपनी का नेट प्रॉफिट 5% की गिरावट के साथ ₹16,563 करोड़ पर आ गया। इस दौरान, कंपनी के शेयरों में भी लगातार गिरावट का सिलसिला जारी रहा है।
रिलायंस के शेयर ₹1,610 के ऊंचे स्तर तक पहुंचने के बाद से नीचे गिर रहे हैं, और अब यह अपने 200 दिन के एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (DEMA) से भी नीचे कारोबार कर रहे हैं। इस गिरावट ने निवेशकों को चिंतित कर दिया है, क्योंकि कंपनी के प्रदर्शन में लगातार कमजोरी दिखाई दे रही है।