YES Bank को ₹244 करोड़ का आयकर डिमांड नोटिस मिला। बैंक ने कहा कि वह इसे चुनौती देगा और आवश्यक कदम उठाएगा, शेयरों में वृद्धि के बावजूद कानूनी प्रक्रिया जारी रहेगी।
YES Bank को आयकर विभाग से ₹244.20 करोड़ का अतिरिक्त टैक्स डिमांड नोटिस मिला है, जो 2016-17 के वित्तीय वर्ष के पुनर्मूल्यांकन के बाद जारी किया गया है। बैंक ने इस डिमांड को चुनौती देने का निर्णय लिया है और इसका विरोध करने के लिए अपील दायर करने की योजना बनाई है।
आधिकारिक बयान और अगला कदम
बैंक ने बताया कि उसे 2018 में 2016-17 के लिए एक टैक्स असेसमेंट ऑर्डर मिला था, और मार्च 2022 में पुनर्मूल्यांकन आदेश आया, जिसमें कई बदलाव किए गए थे। बैंक ने इन आदेशों को चुनौती दी और अब पुनः मूल्यांकन के बाद नया टैक्स डिमांड आया है।
बैंक ने rectification का आवेदन किया
बैंक ने बताया कि पुनः मूल्यांकन आदेश में एक गलती हुई थी, क्योंकि आयकर रिटर्न में बताई गई आय के बजाय असेस्ड आय का उपयोग किया गया था। इस गलती को सुधारने के लिए बैंक ने 15 अप्रैल 2025 को rectification आदेश पास किया। हालांकि, इसके बाद टैक्स डिमांड में अप्रत्याशित वृद्धि हुई, जिसे बैंक ने सही नहीं पाया।
शेयर में बढ़ोतरी के बावजूद बैंक का विरोध
हालांकि, इस पूरे मामले के बावजूद बैंक के शेयरों में वृद्धि देखी गई। बुधवार को दोपहर 3:10 बजे तक, बैंक का शेयर BSE पर 2% की बढ़ोतरी के साथ 17.87 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। बैंक ने कहा कि वह इस अतिरिक्त टैक्स डिमांड के खिलाफ उपयुक्त कानूनी कदम उठाएगा और अगर जरूरत पड़ी तो अपीलीय न्यायाधिकरण में भी अपील करेगा।