Dhanteras 2024: सोना या चांदी नहीं खरीद सकते? खरीदें ये 7 शुभ वस्तुएं और पाएं मां लक्ष्मी का आशीर्वाद

Dhanteras 2024: सोना या चांदी नहीं खरीद सकते? खरीदें ये 7 शुभ वस्तुएं और पाएं मां लक्ष्मी का आशीर्वाद
Last Updated: 15 घंटा पहले

Dhanteras 2024: धनतेरस 2024 का पर्व 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। यह दिन धन और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा का विशेष अवसर है। इस दिन लोग सोना, चांदी, और अन्य शुभ वस्तुएं खरीदने पर जोर देते हैं, क्योंकि यह मान्यता है कि इससे घर में समृद्धि और खुशहाली आती है।

धनतेरस पर क्या खरीदें: धनतेरस का पर्व हर साल समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक बनकर आता है। इस दिन कुछ विशेष वस्तुओं की खरीदारी करके आप मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण वस्तुओं की सूची दी गई है, जिन्हें आप इस धनतेरस पर खरीद सकते हैं:

सोने और चांदी की वस्तुएं: सोने और चांदी के गहने, सिक्के या अन्य आभूषण खरीदना इस दिन का प्रमुख उद्देश्य होता है। इसे समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

नए बर्तन: नए बर्तनों की खरीदारी से घर में सुख-समृद्धि आती है। आप थाल, चम्मच या अन्य रसोई के बर्तन खरीद सकते हैं।

झाड़ू: झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इसे घर में लाना और पूजा करना विशेष शुभ होता है।

गोमती चक्र: गोमती चक्र नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का प्रतीक है। इसे पूजा में रखने से घर में सुख-शांति बनी रहती है।

हल्दी: हल्दी को देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसका उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता है।

धनिया: धनिया को पूजा में अर्पित करना शुभ होता है। इसे अपने धन स्थान पर भी रख सकते हैं।

पान के पत्ते: पान के पत्ते मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का एक साधन होते हैं। इन्हें पूजा के समय अर्पित करें।

धातु की मूर्तियाँ: मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियाँ खरीदना भी शुभ होता है। इन्हें घर में स्थापित करके पूजा करें।

धनतेरस पूजा शुभ मुहूर्त 2024: धनतेरस 2024 का पर्व 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा, और इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त विशेष महत्व रखता है। यहां 2024 के धनतेरस पूजा के लिए महत्वपूर्ण समय और सुझाव दिए गए हैं:

गोधूली काल

शाम 6:31 बजे से रात 8:31 बजे तक

यह समय धनतेरस पूजा के लिए सबसे शुभ माना जाता है। इस दौरान आप देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा कर सकते हैं।

पूजा की तैयारी

साफ-सफाई: पूजा से पहले अपने घर की सफाई करें, ताकि मां लक्ष्मी का स्वागत अच्छे से किया जा सके।

दीप जलाएं: इस दिन दीयों और मोमबत्तियों को जलाना शुभ होता है। इससे घर में रोशनी और सकारात्मकता आती है।

रंगोली सजाएं: घर के प्रवेश द्वार पर रंगोली बनाएं, जिससे वातावरण में उत्सव का माहौल बने।

श्रद्धा से पूजा करें: पूजा के समय श्रद्धा और भक्ति से ध्यान केंद्रित करें। मां लक्ष्मी और गणेश जी को फूल, मिठाई और फल अर्पित करें।

धनतेरस पर खरीदारी का महत्व: धनतेरस का पर्व धन और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा का विशेष अवसर है। इस दिन खरीदारी का विशेष महत्व होता है, और इसके पीछे कई मान्यताएँ और परंपराएँ जुड़ी हुई हैं:

समृद्धि का प्रतीक: धनतेरस पर सोना और चांदी खरीदना समृद्धि और धन के आगमन का प्रतीक माना जाता है। यह मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तुएँ जीवन में खुशहाली लाती हैं।

धन की देवी का आशीर्वाद: इस दिन खरीदी गई वस्तुएँ मां लक्ष्मी के आशीर्वाद का प्रतीक होती हैं। इसे विशेष रूप से शुभ माना जाता है, क्योंकि मां लक्ष्मी इस दिन अपने भक्तों पर कृपा करती हैं।

नए आरंभ का अवसर: धनतेरस पर नए बर्तन, झाड़ू, और अन्य वस्तुओं की खरीदारी करने से घर में नए आरंभ का संकेत मिलता है। यह पुरानी चीजों को त्यागने और नई चीजों को अपनाने का समय होता है।

पारंपरिक मान्यताएँ: भारतीय संस्कृति में यह विश्वास है कि धनतेरस पर की गई खरीदारी घर में धन और समृद्धि को आकर्षित करती है। कई लोग इस दिन विशेष रूप से लक्ष्मी पूजा करते हैं और खरीदारी के माध्यम से अपनी समृद्धि को बढ़ाने का प्रयास करते हैं।

सकारात्मक ऊर्जा का संचार: नए वस्त्र और बर्तन खरीदने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह घर के वातावरण को खुशनुमा और आनंदित बनाता है।

पारिवारिक बंधनों को मजबूत करना: धनतेरस पर परिवार के सभी सदस्य एक साथ खरीदारी करते हैं, जिससे आपसी बंधन और मजबूत होता है। यह पर्व एकता और सामूहिकता का प्रतीक है।

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