शिरोमणि अकाली दल का स्थापना दिवस हर साल 14 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन 1920 में पार्टी की स्थापना की याद में मनाया जाता है, जब इसे अमृतसर में सिखों के धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक अधिकारों की रक्षा के लिए गठित किया गया था। इस अवसर पर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता संगठित होकर सिख इतिहास, गुरुद्वारा सुधार आंदोलन, और पार्टी के योगदान को याद करते हैं।
पार्टी की उत्पत्ति और स्थापना
शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) का गठन 1 मई 1994 को सिमरनजीत सिंह मान के नेतृत्व में हुआ। यह पार्टी पंजाब के शिरोमणि अकाली दल से अलग होकर बनी। इसका मुख्य उद्देश्य सिख समुदाय और पंजाबियत के अधिकारों की रक्षा करना है। पार्टी का चुनाव चिन्ह "बाल्टी" है, जो पंजाबी भाषा और सिख समुदाय के लोकाचार का प्रतीक हैं।
1989 में बड़ी जीत और विचारधारा
पार्टी को सबसे बड़ी चुनावी सफलता 1989 के लोकसभा चुनावों में मिली, जब उसने पंजाब की 13 में से 6 सीटें जीतीं। यह समय पंजाब में सिख राष्ट्रवाद और पंजाबी अस्मिता के उभार का था। पार्टी आनंदपुर साहिब प्रस्ताव की वकालत करती है, जो राज्य की स्वायत्तता और सिख परंपराओं के संरक्षण पर आधारित हैं।
पंजाब की राजनीति में पुनरुत्थान
संगरूर में 2022 के उपचुनाव में पार्टी ने बड़ी जीत दर्ज की। इसे पंजाब के पारंपरिक राजनीतिक दलों के पतन और सिखों के अधिकारों के पुनरुत्थान के प्रतीक के रूप में देखा गया। पार्टी ने दीप सिद्धू और सिद्धू मूसे वाला की मौत के बाद लोकप्रियता में बढ़ोतरी देखी, क्योंकि ये दोनों नेता सिख अधिकारों और मान के विचारों के समर्थक थे।
विचारधारा और मुद्दे
शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) की विचारधारा सिख राष्ट्रवाद, पंजाबियत और सामाजिक न्याय पर आधारित है। पार्टी सतलुज-यमुना लिंक नहर का विरोध करती है और पंजाब के जल अधिकारों की रक्षा की वकालत करती है। इसके अलावा, पार्टी खालिस्तान आंदोलन के दौरान सिखों के साथ हुए अन्याय और मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाती रही हैं।
पार्टी की चुनावी यात्रा
· लोकसभा प्रदर्शन
· 1989: 6 सीटों पर जीत
· 1991: पंजाब में चुनाव बहिष्कार
· 2022: संगरूर उपचुनाव में जीत
विधानसभा प्रदर्शन
· 1997: सरदूलगढ़ से एकमात्र विधायक चुना गया
· 2017: कोई सीट नहीं
· 2022: 0/117 लेकिन 2.48% वोट शेयर हासिल किया
पार्टी के मुख्य उद्देश्य
· सिख समुदाय और पंजाब के हितों की रक्षा करना
· पंजाब राज्य को अधिक स्वायत्तता दिलाना
· धार्मिक, आर्थिक और सामाजिक अधिकारों के लिए संघर्ष करना
राजनीतिक चुनौतियां और भविष्य
हालांकि शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) का प्रभाव कई बार घटा है, लेकिन पार्टी का सिख समुदाय में गहरा जुड़ाव है। राजनीतिक शून्यता और सामाजिक मुद्दों के चलते पार्टी का भविष्य फिर से नई ऊंचाई छू सकता हैं।
शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) सिख राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसका इतिहास संघर्षों और उपलब्धियों से भरा हुआ है। पंजाब के लोगों के अधिकारों और उनकी पहचान की रक्षा के लिए यह पार्टी आज भी मजबूती से खड़ी हैं।