हिंदी सिनेमा की पहली एलियन फिल्म: फिल्म 'वहां के लोग' ने 1967 में किया था एलियन और अंतरिक्ष पर आधारित एक नया प्रयोग

हिंदी सिनेमा की पहली एलियन फिल्म: फिल्म 'वहां के लोग' ने 1967 में किया था एलियन और अंतरिक्ष पर आधारित एक नया प्रयोग
Last Updated: 22 घंटा पहले

2024 के खत्म होते ही, इस साल बॉक्स ऑफिस पर कई शानदार फिल्मों ने दर्शकों का ध्यान खींचा। जहां एक ओर हॉरर फिल्में हिट हुईं, वहीं एलियन आधारित फिल्मों ने भी दर्शकों के बीच खास पहचान बनाई। हालांकि, जब बात हिंदी सिनेमा की पहली एलियन फिल्म की आती है, तो अधिकांश लोग ऋतिक रोशन की ‘कोई मिल गया’ का नाम लेंगे, लेकिन हकीकत में यह फिल्म इस जॉनर में बनी पहली हिंदी फिल्म नहीं थी।

1967 में आई थी हिंदी सिनेमा की पहली एलियन फिल्म

वर्ष 1967 में 1 जनवरी को रिलीज हुई ‘वहां के लोग’ हिंदी सिनेमा की पहली एलियन पर आधारित फिल्म थी। इस फिल्म ने अपने अनोखे विषय और नए कॉन्सेप्ट के कारण उस समय दर्शकों को चौंका दिया था। फिल्म ने साइंस, टेक्नोलॉजी, अंतरिक्ष और एलियन जैसे विषयों को पर्दे पर लाकर एक नई तरह की कहानी पेश की, जो उस दौर में दर्शकों के लिए एक अनूठा अनुभव था।

इस फिल्म का निर्देशन, निर्माण और लेखन निसार अहमद अंसारी ने किया था, जिन्होंने फिल्म में अभिनय भी किया। फिल्म में तनुजा, जॉनी वॉकर, निलोफर, रतन गौरंग, प्रदीप कुमार और सोभना सामर्थ जैसे कलाकारों ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई थीं। हालांकि, फिल्म के अजीब और नए विषय के बावजूद ‘वहां के लोग’ बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हो पाई और इसे आईएमडीबी पर ‘सुपरफ्लॉप’ करार दिया गया।

‘वहां के लोग’ की कहानी

‘वहां के लोग’की कहानी एजेंट राकेश (प्रदीप कुमार) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे सेंट्रल इंटेलिजेंस सर्विस के चीफ दीनानाथ की हत्या की जांच सौपी जाती है। सरकार का मानना था कि यह हत्या मंगल ग्रह से आए एलियंस ने की थी। राकेश, प्राइवेट जासूस नीलकंठ (जॉनी वॉकर) के साथ मुंबई पहुंचता है, जहां दोनों के साथ कई रहस्यमय घटनाएं घटती हैं। इस फिल्म में विज्ञान, अंतरिक्ष और एलियन जैसे विषयों को एक नई दिशा में दर्शाया गया था।

एलियन आधारित फिल्मों का सिलसिला

हालांकि ‘वहां के लोग’ बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हो पाई, लेकिन इसके बाद हिंदी सिनेमा में एलियन पर आधारित फिल्मों का सिलसिला जारी रहा। 2012 में अक्षय कुमार की ‘जोकर’ में एलियंस के साथ संपर्क स्थापित करने की कहानी थी, हालांकि यह भी बॉक्स ऑफिस पर खास प्रदर्शन नहीं कर पाई।

इसके बाद 2014 में आमिर खान की ‘पीके’ आई, जो एक एलियन के धरती पर आने और समाज के धर्म और विश्वास पर सवाल उठाने की कहानी थी। ‘पीके’ ने न सिर्फ दर्शकों को मनोरंजन दिया, बल्कि समाज में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा शुरू कराई। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सफलता हासिल की और आज भी इसे एक प्रमुख सामाजिक फिल्म के रूप में याद किया जाता है।

‘वहां के लोग’ भले ही अपनी रिलीज के समय बॉक्स ऑफिस पर असफल रही हो, लेकिन इसने एलियन पर आधारित फिल्मों के लिए हिंदी सिनेमा में एक नया रास्ता खोला, जिसकी आज भी मिसाल दी जाती है।

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