शोले गब्बर का 16 साल बाद वापसी शोले, भारतीय सिनेमा की सबसे यादगार फिल्मों में से एक है। अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र और अमजद खान स्टारर इस फिल्म को 31 अगस्त को सिनेमाघरों में दोबारा रिलीज किया गया था। फिल्म में अमजद खान का किरदार "गब्बर" लोगों को डराने के लिए काफी जाना जाता है। यह सच है! 1984 में आई फिल्म "दिलवाले" में अमजद खान ने एक छोटे लेकिन यादगार रोल में गब्बर के तौर पर वापसी की थी।
शोले एक ऐसी फिल्म जिसका "गब्बर" 16 साल बाद भी जीवित था
1975 में रिलीज़ हुई कल्ट क्लासिक "शोले" भारतीय सिनेमा की सबसे प्रतिष्ठित और सदाबहार फिल्मों में से एक है। जय-वीरू की दोस्ती से लेकर बसंती और धन्नो का तालमेल बेहद ही लाजवाब था। अमिताभ बच्चन से लेकर संजीव कपूर, हेमा मालिनी और धर्मेंद्र जैसे कई बेहतरीन सितारे इस फिल्म का हिस्सा थे। शोले का वैसे तो हर कैरेक्टर लोगों को याद है, लेकिन अगर किसी किरदार की गूंज आज भी सबसे ज्यादा है, तो वह है "गब्बर"। फिल्म में अमजद खान ने गब्बर का किरदार अदा किया था। उनके डायलॉग इतने आइकॉनिक बन गए कि उन्हें आज भी लोग नहीं भूले। लेकिन आप ये नहीं जानते होंगे कि शोले में गब्बर का आतंक सिर्फ रामगढ़ गांव तक ही नहीं खत्म हुआ था। शोले की रिलीज के 16 साल बाद अमजद खान ने एक और फिल्म में गब्बर की भूमिका अदा की थी, जिसमें वह मरे भी नहीं थे। कौन सी थी वह फिल्म जिसमें सांभा बना था "लांबा" और "गब्बर" का आ गया था यह फिल्म थी "जब्बर" (1991), जो "शोले" की कहानी पर आधारित थी। इस फिल्म में अमजद खान ने "जब्बर" का किरदार निभाया था, जो "गब्बर" का डुप्लीकेट था।
इस फिल्म में फिर जिया गब्बर का किरदार
अमजद खान का फिल्म 'शोले' में निभाया गया किरदार आज भी लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ता है। उनके द्वारा निभाया गया यह आतंक केवल हिंदी सिनेमा तक सीमित नहीं रहा, बल्कि भोजपुरी सिनेमा तक भी पहुँच गया। 'शोले' को दो अलग-अलग भाषाओं में रिलीज किया गया था। हिंदी रिलीज के 16 साल बाद इस फिल्म का भोजपुरी संस्करण 'रामगढ़ के शोले' के नाम से आया। इस फिल्म का निर्देशन अजित देवानी ने किया था।
भोजपुरी में 'शोले' का जादू
भोजपुरी फिल्मों में अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र के रोल तो बदल गए हैं, लेकिन 'गब्बर' के किरदार ने 16 साल बाद फिर से पर्दे पर धमक मचाई है। अमजद खान ने एक बार फिर 'गब्बर' का किरदार निभाया, लेकिन इस बार भोजपुरी में! फिल्म में 'गब्बर' भोजपुरी में बोलते हुए दिखाई दिया और हैरानी की बात ये है कि 'रामगढ़ के शोले' में गब्बर को मरना भी नहीं पड़ा फिल्म में 'शोले' का सीधा रीमेक नहीं किया गया, बल्कि इसमें भोजपुरी तड़का डालकर इसे और दिलचस्प बनाने की कोशिश की गई है।
अमिताभ-धर्मेंद्र की जगह भोजपुरी सितारों का जलवा
'रामगढ़ के शोले' ने भोजपुरी सिनेमा में धमाका मचा दिया था, जहां अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र जैसे दिग्गजों की जगह भोजपुरी कलाकारों ने ली थी। फिल्म में, विजय सक्सेना ने 'विजय' का किरदार निभाया, जो अमिताभ बच्चन की तरह दिखने के कारण लोकप्रिय हुए। लेकिन यही नहीं, फिल्म में कुछ नए किरदार भी शामिल थे जो 'शोले' में नहीं थे! किशोर भानुशाली ने देवानंद का किरदार निभाया, आनंद कुमार ने अनिल कपूर का किरदार निभाया, नवीन राठोर ने गोविंदा का किरदार निभाया और नरगिस ने गब्बर का किरदार निभाया! फिल्म में सभी डुप्लीकेट किरदारों ने अपनी एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीत लिया। फिल्म के गाने अनु मलिक ने कंपोज किए थे और यूट्यूब पर आसानी से उपलब्ध है।