गुजरात सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। भूपेंद्र पटेल की सरकार ने रिटायरमेंट और डेथ ग्रेच्युटी की सीमा को 25 प्रतिशत बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दिया है। इससे पहले, गुजरात सरकार के कर्मचारियों को रिटायरमेंट और मृत्यु के बाद अधिकतम 20 लाख रुपये तक की ग्रेच्युटी मिलती थी। अब, इस निर्णय के बाद कर्मचारियों को अधिकतम 25 लाख रुपये की ग्रेच्युटी मिलेगी, जो उनके लिए एक बड़ा आर्थिक लाभ होगा। यह कदम राज्य सरकार ने कर्मचारियों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए उठाया है। इस फैसले से गुजरात के लाखों सरकारी कर्मचारियों को राहत मिलेगी और उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
1 जनवरी, 2024 के बाद रिटायर होने वालों को मिलेगा महंगाई भत्ते का फायदा
गुजरात सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है। इसके तहत, 1 जनवरी, 2024 के बाद रिटायर होने वाले कर्मचारियों को बढ़ी हुई ग्रेच्युटी मिलेगी, जो अब केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर होगी। इस फैसले से राज्य के सरकारी कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद बेहतर वित्तीय सुरक्षा मिलेगी।
53.13 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार
इस फैसले के कारण गुजरात सरकार को हर साल 53.13 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ेगा। यह नई ग्रेच्युटी लिमिट उन कर्मचारियों पर लागू नहीं होगी जो 1 जनवरी, 2024 से पहले रिटायर हो चुके हैं।
सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के महंगाई भत्ते में वृद्धि
गुजरात सरकार ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के महंगाई भत्ते (DA) में 3 प्रतिशत की वृद्धि करने का निर्णय लिया है। इसके बाद कर्मचारियों को उनकी बेसिक सैलरी का 53 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा। यह बढ़ी हुई राशि 1 जुलाई, 2024 से लागू होगी। कर्मचारियों को जुलाई से नवंबर तक के बकाया DA का भुगतान दिसंबर की सैलरी के साथ किया जाएगा। वहीं, पेंशनर्स को जनवरी 2025 से इसका लाभ मिलेगा। इस फैसले से राज्य के लगभग 9 लाख सरकारी कर्मचारी और पेंशनर्स को फायदा होगा, जो उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाएगा। सरकार का यह कदम कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा साबित होगा।