बिटकॉइन, जिसे दुनिया की सबसे पुरानी और पॉप्युलर क्रिप्टोकरेंसी माना जाता है, ने 5 दिसंबर 2024 को इतिहास रचते हुए 1 लाख डॉलर (100,000 डॉलर) का आंकड़ा पार कर लिया है। यह पहला मौका है जब बिटकॉइन ने इस स्तर को छुआ है। भारतीय मुद्रा में देखें तो बिटकॉइन की कीमत 87 लाख रुपये से अधिक हो गई है। ट्रंप की जीत के बाद से बिटकॉइन की कीमत में तेजी आई है, और पिछले एक महीने में इसमें करीब 50% का उछाल देखा गया है।
ट्रंप की जीत से बिटकॉइन में तेजी
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद क्रिप्टोकरेंसी के लिए उम्मीदें बढ़ गई हैं। निवेशकों को आशा है कि ट्रंप प्रशासन क्रिप्टो-फ्रेंडली नीतियां लाएगा, जिससे क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में वृद्धि जारी रहेगी। ट्रंप की जीत के करीब एक महीने बाद, बिटकॉइन की कीमत ने 100,000 डॉलर का आंकड़ा पार किया, और इसकी कीमत में पिछले चार सप्ताह में 45% का इजाफा हुआ है।
क्रिप्टो-फ्रेंडली नीतियां: ट्रंप का क्रिप्टो मार्केट को बढ़ावा देने का प्लान
ट्रंप की क्रिप्टो-समर्थक नीतियों ने बाजार को उत्साहित किया है। ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान अमेरिका को "दुनिया की क्रिप्टो राजधानी" बनाने का वादा किया था और बिटकॉइन के राष्ट्रीय भंडार का प्रस्ताव रखा था। इसके अलावा, उन्होंने क्रिप्टो नीति को सुधारने के लिए क्रिप्टो अधिवक्ता पॉल एटकिंस को SEC के प्रमुख के रूप में नियुक्त करने की योजना बनाई है।
क्रिप्टो कंपनियां अमेरिकी नीति में प्रभाव डालने के लिए उत्साहित
क्रिप्टो कंपनियां जैसे Ripple, Kraken और Circle, ट्रंप द्वारा बनाई जाने वाली क्रिप्टो सलाहकार परिषद में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं, जिससे अमेरिकी क्रिप्टो नीति पर उनका प्रभाव पड़ सकता है।
विशेषज्ञों का अनुमान: बिटकॉइन की रैली जारी रहेगी
अब सवाल यह है कि क्या बिटकॉइन की यह रैली जारी रहेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप के प्रो-क्रिप्टो एजेंडे और एटकिंस के नेतृत्व में क्रिप्टो मार्केट में और भी तेजी देखने को मिल सकती है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, आने वाले हफ्तों में बिटकॉइन की कीमत 120,000 डॉलर तक जा सकती है, और Jefferies के अनुसार, यह 1.5 लाख डॉलर तक भी पहुंच सकता है।
बिटकॉइन का वैश्विक क्रिप्टो बाजार में महत्व
बिटकॉइन के तेजी से बढ़ते मूल्य और ट्रंप के समर्थन से क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता में भी तेजी आ सकती है।