यदि ₹1 करोड़ को एक रिस्क फ्री स्कीम में लगाया जाए जो 7.5% का रिटर्न देती है, तो इससे हर महीने ₹62,500 की आय प्राप्त होगी। हालांकि, 6% की महंगाई दर के कारण इस राशि की क्रय शक्ति समय के साथ घटती जाएगी। कंपाउंडिंग के प्रभाव से आपके निवेश का मूल्य बढ़ सकता है, लेकिन महंगाई भी आपकी बचत की वास्तविक मूल्य को प्रभावित करेगी।
Retirement Planning Investment Tips: पिछले 20-25 वर्षों में ₹1 लाख की राशि बड़ी मानी जाती थी, लेकिन आने वाले वर्षों में रिटायर होने वाले लोगों के लिए महंगाई के चलते यह राशि अब उतनी बड़ी नहीं रहेगी। यदि ₹1 करोड़ को एक रिस्क फ्री स्कीम में 7.5% रिटर्न के साथ निवेश किया जाए, तो हर महीने ₹62,500 की आय मिलती है। लेकिन 6% की महंगाई दर के चलते, अगले 4 वर्षों में इस राशि की क्रय शक्ति ₹50,000 से भी कम हो सकती है और 8 वर्षों में ₹40,000 से भी नीचे जा सकती है। इस प्रकार, जैसे-जैसे कंपाउंडिंग बचत को बढ़ाती है, महंगाई उस बचत की क्रय शक्ति को कम करती है।
निवेश विकल्पों में सुरक्षा और रिटर्न
रिटायरमेंट के समय, अपनी बचत को सही प्रकार से निवेश करना महत्वपूर्ण है ताकि महंगाई को मात दी जा सके और अच्छे रिटर्न प्राप्त हो सकें। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रिस्क-फ्री स्कीम्स में निवेश के साथ-साथ, कुछ हिस्सा ग्रोथ एसेट्स में भी निवेश करें ताकि आपके पोर्टफोलियो का मूल्य समय के साथ बनाए रखा जा सके।
सीनियर सिटीजन्स सेविंग्स स्कीम (Senior Citizens' Savings Scheme):
राशि: ₹30 लाख
रिटर्न: 8.2%
आय: ₹20,500 प्रति माह
यह सरकार द्वारा संचालित पोस्ट ऑफिस स्कीम है, जो सीनियर सिटीजन्स को उच्च रिटर्न देती है। इसे रेट कट से पहले कर लेना चाहिए क्योंकि यह सुरक्षित निवेश विकल्प है।
एंन्युटी (Annuities):
राशि: ₹25 लाख
रिटर्न: 6-6.5%
आय: ₹13,000 प्रति माह
जीवन भर सुनिश्चित आय देने वाली एंन्युटी योजनाएं लंबी उम्र के जोखिम को कम करती हैं। रिटायरमेंट फंड का कम से कम 30% हिस्सा एंन्युटी में निवेश करना चाहिए।
फिक्स्ड डिपॉजिट और पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम:
राशि: ₹10 लाख
रिटर्न: 7.4%
आय: ₹6,166 प्रति माह
यह सुरक्षित निवेश विकल्प है जिसमें कोई जोखिम नहीं होता।
आर्बिट्राज फंड्स (Arbitrage Funds):
राशि: ₹25 लाख
रिटर्न: 7-8%
ये इक्विटी स्कीम्स स्थिर रिटर्न देती हैं और लंबी अवधि में अच्छे परिणाम दे सकती हैं।
इक्विटी फंड्स (Equity Funds):
राशि: ₹10 लाख
रिटर्न: मार्केट-लिंक्ड
रिटायरमेंट के बाद, इक्विटी फंड्स जैसे इंडेक्स फंड या फ्लेक्सी-कैप स्कीम्स महंगाई को मात देने में मदद कर सकते हैं। इनसे रिटर्न स्थिर रहता है और लंबी अवधि में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।