2012 में अब्दुल सलाम नामक एक व्यक्ति की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने एसआरए प्रोजेक्ट में कथित अनियमितताओं के लिए बाबा सिद्दीकी और 150 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसके बाद, 2018 में ईडी ने बाबा सिद्दीकी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 462 करोड़ रुपए की संपत्ति को अटैच कर लिया था।
Baba Siddiqui: NCP (अजित पवार गुट) नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई में शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्हें तीन गोलियां मारी गईं, जिसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। यह दुखद घटना बांद्रा के खेरवाड़ी सिग्नल के निकट निर्मल नगर में हुई, जहाँ बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान का कार्यालय है।
इस हत्या के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। पुलिस हत्या के कारणों की तलाश में जुटी हुई है। ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि एसआरए रिडेवलपमेंट का मामला उनकी हत्या का एक संभावित कारण हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, इस संदर्भ में बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान इसका विरोध कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि बाबा सिद्दीकी राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा थे और वह तीन बार विधायक रह चुके थे।
बाबा सिद्दिकी पर लगा था आरोप
दरअसल, 2018 में ईडी ने बाबा सिद्दीकी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 462 करोड़ रुपए की संपत्ति को अटैच कर लिया था। यह संपत्ति बांद्रा वेस्ट में स्थित थी और इसे पीएमएलए के तहत जब्त किया गया था। उस समय, ईडी इस बात की जांच कर रही थी कि क्या बाबा सिद्दीकी ने महाराष्ट्र हाउसिंग और एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (2000 से 2004 तक) के चेयरमैन रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग किया था।
स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी प्रोजेक्ट में की थी सहायता
इसमें आरोप लगाया गया है कि बाबा सिद्दीकी ने पिरामिड डेवलपर्स को बांद्रा में चल रहे स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी (SRA) प्रोजेक्ट में सहायता प्रदान की थी। इसे 2,000 करोड़ रुपये के घोटाले के रूप में पेश किया गया था। अब यह संदेह जताया जा रहा है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे का कारण कहीं एसआरए का मामला तो नहीं है। इस मामले में जीशान सिद्दीकी इसका विरोध कर रहे थे।
2014 में दर्ज हुआ था मामला?
ईडी ने संदेह जाहिर किया था कि 2000 करोड़ रुपये के इस स्लम घोटाले में जिस कंपनी का नाम सामने आया, वह बाबा सिद्दीकी की मुखौटा कंपनी थी। मुंबई पुलिस ने यह मामला मार्च 2014 में दर्ज किया था। 2012 में अब्दुल सलाम नामक एक व्यक्ती की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने एसआरए प्रोजेक्ट में कथित अनियमितताओं के लिए बाबा सिद्दीकी सहित 150 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।