Bihar: बिहार में जहरीली शराब से बढ़ती मौतों की संख्या, प्रशांत किशोर ने सरकार की नाकामी पर उठाए सवाल, मांझी ने दी चुनौती

Bihar: बिहार में जहरीली शराब से बढ़ती मौतों की संख्या, प्रशांत किशोर ने सरकार की नाकामी पर उठाए सवाल, मांझी ने दी चुनौती
Last Updated: 4 घंटा पहले

बिहार के सिवान और छपरा में जहरीली शराब के कारण होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मृतकों के परिवारों में मातम छाया हुआ है। इस गंभीर मुद्दे पर राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। प्रशांत किशोर, जीतन राम मांझी से लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक ने इस मामले पर अपने-अपने बयान दिए हैं।

Bihar Liquor Death: सिवान और छपरा के सीमा क्षेत्र में स्थित भगवानपुर और मशरक प्रखंड समेत आस-पास के क्षेत्रों में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या गुरुवार को 48 हो गई। जहरीली शराब के सेवन के कारण शुक्रवार को छपरा में दो और लोगों की जान चली गई। दोनों deceased सारण जिले के मशरख प्रखंड के निवासी थे। मशरक में मंगलवार से लेकर गुरुवार रात तक 70 मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे। शुक्रवार सुबह तक 11 पीड़ितों का उपचार जारी था।

वहीं, सिवान में भी शुक्रवार सुबह तक आठ पीड़ितों का इलाज चल रहा था। पटना के पीएमसीएच में इन दोनों जिलों के 21 पीड़ितों को उपचार के लिए भर्ती किया गया था, जिनमें से 13 का उपचार अभी भी जारी है। इस मामले पर राजनीति में भी प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। प्रशांत किशोर ने सरकार पर तीखी आलोचना की, जबकि जीतन राम मांझी ने उन्हें चुनौती दे दी।

मामले में प्रशांत किशोर का बयान 

बिहार में जहरीली शराब त्रासदी पर जनसुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा, "मैं पहला व्यक्ति हूं जिसने पिछले तीन सालों से हर मंच पर सार्वजनिक रूप से यह कहा है कि बिहार में शराबबंदी वास्तव में कहीं लागू नहीं है। शराबबंदी केवल सरकारी फाइलों में और नेताओं के भाषणों में मौजूद है।" उन्होंने कहा कि कल की घटना बेहद दुखद है। छपरा में 1.5 साल पहले 70 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई थी।

बिहार के किसी भी जिले में जहरीली शराब के कारण लोगों की मृत्यु का मामला नहीं है, ऐसा नहीं है। प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि कई घटनाओं की रिपोर्ट तक नहीं की गई है। इसका लाभ केवल भ्रष्ट नेताओं और माफियाओं को मिल रहा है। उन्होंने सरकार की संवेदनहीनता पर भी सवाल उठाते हुए कहा, "इतनी मौतों के बाद भी सरकार के मुखिया नीतीश कुमार वहां तक नहीं जा पाए हैं।"

जीतन राम मांझी के बयान से बढ़ सकता है विवाद

बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों पर जीतन राम मांझी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि 13-14 करोड़ की आबादी वाले बड़े राज्यों में ऐसी घटनाएँ अक्सर होती रहती हैं। मांझी ने इस अवसर पर प्रशांत किशोर पर भी हमला करते हुए कहा कि प्रशांत किशोर नए राजनीतिक खेल में उतर चुके हैं और चुनाव में उनकी स्थिति खराब होने वाली है।

उन्होंने यह भी कहा कि बिहार सरकार बहुत तेजी से काम कर रही है। मांझी के पुत्र और बिहार के मंत्री संतोष सुमन ने आरोप लगाया कि RJD के लोग शराब का कारोबार करवा रहे हैं। इस पर राजनीति करना अनुचित है।

अब तक मृतकों की संख्या 25 तक पहुंची

बरामद किए गए पाउच में पैक शराब की जांच में 80 प्रतिशत मिथाइल अल्कोहल पाया गया है, जो कि अत्यंत जहरीला होता है और इसका उपयोग मुख्यतः व्यावसायिक कार्यों में किया जाता है। दैनिक जागरण ने पहले ही दिन मिथाइल अल्कोहल के मिश्रण के कारण शराब के जहरीले होने की आशंका व्यक्त करते हुए इस संबंध में खबर प्रकाशित की थी।

इस घटना में मृतकों की संख्या 25 तक पहुंच गई है, जिनमें सिवान में दो महिलाएं शामिल हैं, सारण में 13, गोपालगंज में एक और पटना के पीएमसीएच में चार लोग रेफर किए गए हैं। सिवान, सारण और पटना के पीएमसीएच में कुल 80 लोग भर्ती हैं, जबकि पीएमएसीएच से चार लोगों को लामा (लीव अगेंस्ट मेडिकल एडवाइस) घोषित किया गया है।

सिवान में पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने 10 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। सारण के एसपी कुमार आशीष ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 1648 लीटर शराब जब्त की गई है, साथ ही 37 शराब तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है।

घटना के बाद सीएम नीतीश कुमार की सख्ती

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को सिवान और सारण में जहरीली शराब कांड के संदर्भ में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया। बैठक के दौरान, उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस मामले की गहन जांच की जाए। इसके साथ ही, उन्होंने संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया। समीक्षा बैठक में उपस्थित मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव को उन्होंने निर्देश दिया कि वे घटनास्थल पर जाकर पूरी स्थिति का जायजा लें और सभी पहलुओं पर गहन जांच करें।

 

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