अखिलेश यादव की ओर से व्यक्त की गई इच्छाओं के संदर्भ में, अनुज प्रताप सिंह के पिता ने अहम टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि अब ठाकुर का एनकाउंटर हो गया है, जो कि एक महत्वपूर्ण घटना है।
Sultanpur: भारत ज्वेलर के यहाँ करोड़ों रुपए की डकैती के मामले में सोमवार को अनुज प्रताप सिंह का एनकाउंटर हो गया। उत्तर प्रदेश एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में एक लाख का ईनामिया अनुज प्रताप सिंह मारा गया।
अब अनुज के पिता का बयान सामने आया है। अनुज के पिता ने बेटे के एनकाउंटर के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव सहित सरकार पर भी सवाल उठाए हैं।
मेरे बेटे के खिलाफ केवल एक ही मामला था- धर्मराज सिंह
लखनऊ STF और उन्नाव पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर के बारे में अनुज के पिता धर्मराज सिंह ने कहा, "मेरे बेटे के खिलाफ केवल एक ही मामला था।" इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि, "मेरे बेटे का नाम सुल्तानपुर डकैती मामले में भी सामने आया था।"
यूपी एसटीएफ ने 23 सितंबर को उसका एनकाउंटर कर दिया। इस विषय में हमें और कोई जानकारी नहीं है। धर्मराज ने बताया कि, "पिछली बार हमारा बेटा 3 मई को आया था और 4 जून को घर से चला गया था।"
अनुज के पिता ने अखिलेश पर साधा कंज
अनुज के पिता धर्मराज सिंह ने कहा, "देखिए, अखिलेश यादव जी की इच्छा पूरी हो गई है। ठाकुरों का एनकाउंटर करके उनकी इच्छा का सम्मान किया गया है। अब केवल यादव ही नहीं, बल्कि ठाकुर का भी एनकाउंटर किया जा चुका है। जिन पर 30 से 35 केस हैं, उनका एनकाउंटर नहीं हो रहा है, लेकिन एक-दो केस वालों का एनकाउंटर हो रहा है। सरकार की मर्जी है, जो चाहें वो कर सकते हैं।"
दरअसल, सुल्तानपुर में यूपी एसटीएफ ने मंगेश यादव का एनकाउंटर किया था। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज थे और उसके सिर पर एक लाख रुपये का इनाम भी रखा गया था। मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद सपा प्रमुख
अखिलेश यादव ने कई सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि जाति के आधार पर एनकाउंटर किए जा रहे हैं। अब डकैती के मामले में अनुज प्रताप सिंह का भी एनकाउंटर कर दिया गया है।
कैसे हुआ अनुज प्रताप सिंह का एनकाउंटर?
अनुज प्रताप सिंह, जो यूपी एसटीएफ द्वारा एक एनकाउंटर में मारा गया, अमेठी के जनापुर का निवासी था। वह सुल्तानपुर डकैती मामले के मास्टरमाइंड विपिन सिंह का सबसे करीबी सहयोगी था। सुल्तानपुर के अलावा, अनुज प्रताप सिंह का नाम गुजरात के सूरत में एक मामले में भी शामिल था।
सुल्तानपुर के भारत ज्वेलर की दुकान में हुई डकैती का सीसीटीवी फुटेज सामने आया था, जिसमें एक सफेद शर्ट पहने व्यक्ति ने सबसे पहले दुकान में प्रवेश किया, और वह अनुज ही था। इस दौरान अनुज के हाथ में पिस्तौल भी थी।
विपिन सिंह ने पहले ही आत्मसमर्पण कर दिया था, जबकि फुरकान, अरबाज और अंकित यादव अब भी फरार हैं, जिन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। मंगेश यादव पहले ही एक एनकाउंटर में मारा जा चुका है।