उज्जैन में आज से 66वां अखिल भारतीय कालिदास समारोह शुरू हो गया है, जो सात दिन तक चलेगा। इस आयोजन में उप राष्ट्रपति जयदीप धनखड़ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए, जबकि मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने समारोह की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी इस समारोह में शामिल हुए।
उज्जैन: उज्जैन में 66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह का शुभारंभ आज दोपहर 3.30 बजे कालिदास संस्कृत अकादमी में हुआ। इस समारोह के मुख्य अतिथि उप राष्ट्रपति जयदीप धनखड़ थे और अध्यक्षता राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, संस्कृति, पर्यटन एवं धार्मिक न्यास राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री गौतम टेटवाल भी इस समारोह में शामिल हुए।
इस खास अवसर पर सारस्वत अतिथि के रूप में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास अयोध्या के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरी जी महाराज भी उपस्थित रहे। यह आयोजन भारतीय साहित्य, संस्कृति और कला के महानतम कवि कालिदास को समर्पित है और इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, चित्रकला एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी के अलावा अन्य कार्यक्रम भी सात दिन तक आयोजित किए जाएंगे।
अगले 7 दिन चलेगा यह समारोह
बता दें उज्जैन में चल रहे 66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह का समापन 18 नवंबर को होगा। यह समारोह सात दिन तक चलेगा, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। समारोह के अंतर्गत राष्ट्रीय कालिदास चित्र और मूर्तिकला प्रदर्शनी भी लगी है, जिसे लोग सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक देख सकते हैं।
समारोह की शुरुआत से पहले, शहर में एक भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा में विभिन्न लोक नृत्यों की प्रस्तुति हुई, जो उत्सव के माहौल को और भी जीवंत बना रही थी। कलश यात्रा के माध्यम से शहरवासियों को इस समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया। यात्रा के दौरान जगह-जगह पुष्प वर्षा कर कलश यात्रा का स्वागत और सम्मान किया गया।
स्काई डाइविंग का आनंद ले सकेंगे पर्यटक
66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह के दौरान पर्यटकों के लिए एक और आकर्षक गतिविधि का आयोजन किया जा रहा है, जो स्काई डाइविंग का अनुभव है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा आयोजित इस फेस्टिवल में पर्यटक 10,000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगा सकते हैं। यह रोमांचक आयोजन उज्जैन के दताना एयर स्ट्रिप पर किया जाएगा, और यह तीन महीने तक जारी रहेगा।
'कालिदास अलंकरण' से इन्हे किया जाएगा सम्मानित
66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह में इस वर्ष कालिदास अलंकरण सम्मान कई विभूतियों को दिया जाएगा। यह सम्मान विभिन्न कला और संस्कृति के क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जा रहा है।
1. शास्त्रीय गायन के लिए
* वर्ष 2022 का सम्मान पंडित उदय भावलकर (पुणे) को,
* वर्ष 2023 का सम्मान पंडित अरविंद पारेख (मुंबई) को दिया जाएगा।
2. शास्त्रीय नृत्य के लिए
* वर्ष 2022 का सम्मान डॉ. संध्या पुरेचा (मुंबई) को,
* वर्ष 2023 का सम्मान गुरु कलावती देवी (मणिपुर) को दिया जाएगा।
3. कला और शिल्प के लिए
* वर्ष 2022 का सम्मान पीआर दारोच (दिल्ली) को,
* वर्ष 2023 का सम्मान रघुपति भट्ट (मैसूर) को दिया जाएगा।
4. नाट्य के लिए
* वर्ष 2022 का सम्मान सु भानु भारती (राजस्थान) को,
* वर्ष 2023 का सम्मान रुद्रप्रसाद सेन गुप्ता (कोलकाता) को दिया जाएगा।