मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमलों की बरसी पर देशभर के नेताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता को फिर से व्यक्त किया।
अमित शाह का बड़ा बया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुंबई हमलों की बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आतंकवाद को लेकर 'जीरो टॉलरेंस' नीति ने दुनिया भर में सराहना प्राप्त की है। उन्होंने ट्वीट किया, "2008 में आज ही के दिन कायर आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों की हत्या कर मानवता को शर्मसार किया था। आतंकवाद समूची मानव सभ्यता के लिए कलंक है।"
शाह ने यह भी कहा कि भारत आतंकवाद विरोधी पहलों में अब दुनिया में अग्रणी बन चुका है। उनका कहना था कि मोदी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' नीति के कारण आज भारत आतंकवाद के खिलाफ दुनिया में एक मिसाल कायम कर चुका है।
योगी आदित्यनाथ ने भी दी श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी 26/11 की बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "मुंबई के 26/11 आतंकी हमले में अपनी जान गंवाने वाले निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि और कर्तव्य निभाते हुए प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों को नमन। आइए, हम सभी आतंकवाद की समाप्ति के लिए एकजुट और संकल्पित हों।"
महाराष्ट्र सरकार और उपमुख्यमंत्रियों ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। शिंदे और पवार ने दक्षिण मुंबई स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय परिसर में शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित किए। यह श्रद्धांजलि समारोह मुंबई हमलों के शहीदों को याद करने और आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक संकल्प का प्रतीक था।
26/11 मुंबई हमले में 166 लोगों की हुई थी मौत
यह आतंकवादी हमला पाकिस्तान से आए 10 आतंकवादियों द्वारा 26 नवंबर 2008 को मुंबई में किया गया था। हमले में कुल 166 लोग मारे गए थे और सैकड़ों लोग घायल हुए थे। यह हमला भारत के इतिहास का सबसे भीषण आतंकी हमला था और इसने देश को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और अधिक मजबूत बनाने के लिए प्रेरित किया।
देशभर में एकजुटता की भावना, आतंकवाद के खिलाफ संकल्प
इस मौके पर सभी नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी एकजुटता और मजबूत संकल्प का इज़हार किया। यह बरसी हमें याद दिलाती है कि आतंकवाद केवल एक अपराध नहीं बल्कि मानवता के खिलाफ एक युद्ध है, और इसे समाप्त करने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा।