Sambhal Violence: संभल हिंसा को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने दिया बयान, कहा- 'सरकार को बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों की चिंता, भारत की मॉइनॉरिटी की नहीं'

Sambhal Violence: संभल हिंसा को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने दिया बयान, कहा- 'सरकार को बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों की चिंता, भारत की मॉइनॉरिटी की नहीं'
Last Updated: 2 घंटा पहले

संबल हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए, असदुद्दीन ओवैसी ने बाबरी मस्जिद के विध्वंस का संदर्भ दिया। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया गया था, लेकिन इस मुद्दे पर अब कोई बात नहीं होती है। ओवैसी का यह बयान उस संदर्भ में था, जब उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे। 

नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने 26 नवंबर 2024 को मीडिया से खास बातचीत में संविधान दिवस के मौके पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने जो संविधान का सपना देखा था, वह आज नजर नहीं आ रहा है। ओवैसी के मुताबिक, संविधान की आत्मा को समाप्त कर दिया गया है, क्योंकि संविधान में जो समानता और भाईचारे की बात की गई थी, वह अब सिर्फ कागजों तक सीमित रह गई है। वे इस बात से नाराज थे कि संविधान दिवस को सिर्फ औपचारिक रूप से मनाया जा रहा है, जबकि असल मुद्दे, जैसे समानता और धार्मिक स्वतंत्रता, अनदेखे किए जा रहे हैं।

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने संविधान दिवस के मौके पर अपनी चिंताओं को साझा करते हुए कहा कि 6 दिसंबर की घटना (बाबरी मस्जिद का विध्वंस) के बाद से वही विवाद बार-बार उठाया जाता है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्यों लोग दोबारा सर्वे करने गए थे, और क्यों कोर्ट ने तुरंत सर्वे का आदेश दिया। ओवैसी ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार को भारत के अल्पसंख्यकों की चिंता नहीं है, और जो इंसाफ की बात करता है उसे देशद्रोही करार दिया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) एक विशेष समुदाय को उकसाएगी, तब तक ऐसे हालात बनते रहेंगे।

संभल हिंसा को लेकर उन्होंने कहा कि वीडियो में पुलिस गोली चलाते हुए दिख रही है, और इस तरह के घटनाक्रमों का कोई प्रभावी विरोध नहीं किया जा रहा। ओवैसी ने यह भी कहा कि इस सरकार को बांग्लादेश के हिंदुओं की चिंता ज्यादा है, जबकि संभल में मारे गए बच्चों के प्रति कोई संवेदना नहीं है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि चुनावों में मुसलमानों को निशाना बनाया जाता है और मदरसों के खिलाफ अभियान चलाया जाता हैं।

'चाहे मुझे गोली मार दो' - असदुद्दीन ओवैसी 

असदुद्दीन ओवैसी ने हाल ही में बीजेपी और उनकी विचारधारा पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि "जो लोग हिंदू हक की बात करते हैं, वे बेशर्म हैं," और यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी के लोग मुस्लिम इलाकों में स्कूल तक नहीं खोलते। ओवैसी का यह बयान उन लोगों के लिए था जो धार्मिक आधार पर समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।

बीजेपी की बी टीम के आरोप पर ओवैसी ने जवाब देते हुए कहा, "एक काम कीजिए कि असदुद्दीन ओवैसी को गोली मार दो, मैं मरने के लिए तैयार हूं, लेकिन मुझ पर इल्जाम नहीं लगा सकते।" उन्होंने यह भी कहा कि यदि यह आरोप लगाया जाता है कि वे बीजेपी के साथ हैं, तो यह बेबुनियाद है। ओवैसी ने बीजेपी के नेताओं, खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि जैसे इस देश की जनता ने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को सत्ता से बाहर कर दिया, वैसे ही मोदी और योगी भी सत्ता से बाहर जाएंगे।

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