असम खदान हादसे में दर्दनाक मंजर, 4 की मौत, 5 अब भी फंसे

असम खदान हादसे में दर्दनाक मंजर, 4 की मौत, 5 अब भी फंसे
Last Updated: 5 घंटा पहले

असम के उमरंगसो में कोयला खदान हादसे में अब तक चार मजदूरों के शव बरामद हुए। नौसेना समेत कई एजेंसियां बचाव कार्य में जुटीं। मुख्यमंत्री सरमा ने खदान अवैध न होने का दावा किया। पाँच मजदूर अब भी फंसे।

Aasam: असम के उमरंगसो में कोयला खदान हादसे को शनिवार (11 जनवरी, 2025) को 6 दिन हो गए। जिले में चल रहे बचाव अभियान के दौरान अब तक चार मजदूरों के शव बरामद किए जा चुके हैं। यह घटना सोमवार को एक कोयला खदान में अचानक पानी भर जाने से हुई थी, जिसमें कुल नौ मजदूर फंस गए थे। पहला शव बुधवार को बरामद किया गया था। शनिवार सुबह तीन और शव निकाले गए, जिनमें से एक की पहचान 27 वर्षीय लिगेन मगर के रूप में हुई है। अन्य दो शवों की पहचान प्रक्रिया जारी है।

मुख्यमंत्री का बयान

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने इस हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, “उमरंगसो में बचाव कार्य अडिग संकल्प के साथ जारी है। हम इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं।” मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यह खदान अवैध नहीं थी, बल्कि तीन साल पहले तक यह असम खनिज विकास निगम के अधीन थी और 12 साल से बंद थी।

सरमा ने बताया कि मजदूरों के नेता को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है।

बचाव अभियान में क्या आ रहीं चुनौतियां?

ओएनजीसी और कोल इंडिया से लाई गई विशेष मशीनों की मदद से खदान से पानी निकालने का कार्य जारी है। यह खदान लगभग 310 फीट गहरी है और पानी गंदा व अम्लीय हो गया है, जिससे बचाव कार्य में मुश्किलें हो रही हैं। बचाव दल ने कहा कि गंदे पानी के कारण विजिबिलिटी कम हो गई है। नौसेना के गोताखोर कठिन परिस्थितियों में शवों की तलाश कर रहे हैं।

एक अधिकारी ने कहा कि रिमोट से संचालित वाहनों का उपयोग करना भी गंदे पानी के कारण मुश्किल हो रहा है। बचावकर्मियों को अपनी जान जोखिम में डालकर काम करना पड़ रहा है। भारतीय सशस्त्र बलों की तीनों शाखाओं - सेना, नौसेना और वायुसेना की कई टीमें बचाव अभियान में जुटी हुई हैं।

खदान की खतरनाक स्थिति

खदान में काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि यहां की स्थिति बेहद खतरनाक थी। एक मजदूर जलालुद्दीन ने बताया कि खदान की सुरंगें इतनी छोटी थीं कि खड़े होने तक की जगह नहीं थी। मजदूरों को झुककर काम करना पड़ता था। उन्होंने कहा, “बैठने पर भी छत हमारे सिर से केवल 4-5 इंच ऊपर होती थी।”

बचाव कार्य और आगे की कार्रवाई

खदान से शव बरामद करने के बाद बचाव दल अब भी बाकी पांच मजदूरों की तलाश में जुटा हुआ है। मुख्यमंत्री सरमा ने बचाव कार्य को लेकर अधिकारियों को सभी आवश्यक संसाधन जुटाने के निर्देश दिए हैं। हादसे के कारणों की जांच भी जारी है।

पीड़ित परिवारों के लिए सरकार का समर्थन

सरकार ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस घटना के पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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