बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बागेश्वर धाम में कहा कि हमें अपनी बेटियों को लव जिहाद से सुरक्षित रखना होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर नूंह, मणिपुर, और बांग्लादेश जैसे हालात नहीं बनाना है, तो हमें एकजुट होना पड़ेगा। इस संदर्भ में, उन्होंने समाज के हर वर्ग से अपील की कि वे इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करें और एकजुट होकर अपने परिवारों और समुदायों की रक्षा करें।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री समाचार: राजस्थान के भीलवाड़ा में बुधवार (6 नवंबर) से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पांच दिवसीय हनुमंत कथा की शुरुआत हुई। यहां बागेश्वर सरकार अपने मुखारविंद से भक्तों को धर्म और आध्यात्मिकता का संदेश देंगे। यह कथा छोटी हरणी हनुमान टेकरी स्थित काठिया बाबा आश्रम के महंत बनवारीशरण काठियाबाबा के सानिध्य में तेरापंथनगर के कुमुद विहार विस्तार में आरसीएम ग्राउंड में आयोजित की जा रही है। बुधवार को जब बागेश्वर धाम सरकार मंच पर आए, तो उनके दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु अपनी जगह पर खड़े होकर अभिवादन करने लगे।
इस मौके पर बागेश्वर धाम सरकार ने मेवाड़ की पावन माटी को प्रणाम करते हुए सभी का अभिवादन स्वीकार किया। हनुमंत कथा के दौरान, बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज ने हिंदू एकता और सनातन जागृति का संदेश दिया। उन्होंने कहा, "हनुमानजी महाराज की तरह भेदभाव रहित होकर सबको श्रीरामजी से जोड़ने के कार्य से प्रेरणा लेते हुए हमें सनातन संस्कृति से छुआछूत और जात-पात के भेदभाव को मिटाना है।
यदि हमें हिंदू राष्ट्र बनाना है, तो हर भेद को मिटाकर हर सनातनी को गले लगाना होगा। व्यास पीठ पर आरती करने का हक सभी को है। इसी क्रम में भीलवाड़ा शहर के स्वच्छताकर्मी गुरुवार को व्यास पीठ की आरती करेंगे।"
21 से 29 नवंबर तक पदयात्रा का आयोजन
बागेश्वर धाम सरकार, श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज, ने 21 से 29 नवंबर तक बागेश्वर धाम से ओरछा तक पदयात्रा का ऐलान किया है, जिसका उद्देश्य हिंदू जागृति और सनातन एकता का संदेश देना है। इस यात्रा के बाद राजस्थान और देश के विभिन्न हिस्सों में भी पदयात्राओं का आयोजन किया जाएगा। उनका कहना है कि हिंदू एकता को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है, खासकर महिलाओं की सुरक्षा और धर्म की रक्षा के संदर्भ में। उन्होंने लव जिहाद, नूंह, मणिपुर और बांग्लादेश जैसी घटनाओं का हवाला देते हुए हिंदू समाज को एकजुट होने की आवश्यकता पर बल दिया।
शास्त्री जी ने यह भी कहा कि जब बात धर्म पर आए, तो हिंदू होने पर गर्व करना चाहिए और यह संदेश फैलाना चाहिए कि हिंदू नफरत नहीं, बल्कि प्रेम के मार्ग पर चलते हैं। इसके अलावा, उन्होंने आगामी प्रयागराज महाकुंभ में सनातन विरोधियों को दुकानें न देने की बात की, और यह भी स्पष्ट किया कि उनका कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है। उनका मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म को एकजुट करना और हिंदू राष्ट्र की स्थापना के लिए काम करना है।
युवाओं के लिए उन्होंने एक प्रेरणादायक संदेश भी दिया। शास्त्री महाराज ने कहा कि आजकल युवाओं में रील की दुनिया में प्रसिद्ध होने की ख्वाहिश है, लेकिन असली सफलता रियल जीवन में सच्चाई और ईमानदारी से जीने में है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे ढोंग की बजाय, ढंग की जिंदगी जीने की ओर बढ़ें। साथ ही हनुमानजी की भक्ति की महिमा बताई और कहा कि अगर कोई हनुमानजी से प्रेरित होकर संकल्प लें, तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी।
40 बड़ी एलईडी स्क्रीन स्थापित की गईं
हनुमान टेकरी मंदिर आश्रम के महंत बनवारी शरण ने जानकारी दी कि कथा स्थल पर एक लाख 75 हजार वर्ग फीट का वाटरप्रूफ डोम तैयार किया गया है, जिसमें एक लाख से अधिक भक्त एक साथ बैठने की क्षमता है। इस भव्य डोम के भीतर एक शानदार मंच और 40 बड़ी एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई हैं, ताकि दूर-दूर से आए भक्त भी कथा का पूरा आनंद ले सकें।
बैठने की व्यवस्था को सात खंडों में बांटा गया है: राम-खंड, लक्ष्मण-खंड, भरत-खंड, और शत्रुघ्न-खंड में पुरुष भक्तों के लिए, जबकि रानी दुर्गावती-खंड, अहिल्या बाई होल्कर-खंड, जानकी-खंड, और लक्ष्मीबाई-खंड में महिला भक्त बैठेंगी। हनुमंत कथा के दौरान हर दिन 10,000 श्रद्धालुओं के लिए भोजन और ठहरने की सुविधाएं प्रदान की गई हैं।
भोजन हनुमान टेकरी मंदिर आश्रम में तैयार किया जाएगा, जो कथा स्थल से सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। वहां स्नान और पेयजल की भी व्यवस्था की गई है। भोजन के लिए कोई टोकन की आवश्यकता नहीं होगी, ताकि सभी श्रद्धालु आसानी से भोजन कर सकें।