बिहार सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा वितरण के मामले में पहले स्थान पर है, इसके बाद राजस्थान और तेलंगाना का स्थान आता है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी की गई रैंकिंग में बिहार ने 77.22% अंकों के साथ शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। बिहार में 612 आवश्यक दवाएं मुफ्त में वितरित की जाती हैं, और दवा की गुणवत्ता और उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीकृत खरीद और रियल टाइम इन्वेंटरी प्रबंधन प्रणाली लागू की गई है।
पटना: बिहार समाचार: सरकारी अस्पतालों में भर्ती होने वाले या ओपीडी में आने वाले मरीजों को मुफ्त दवाएं प्रदान करने के मामले में बिहार देश में पहले स्थान पर है। जबकि दूसरे स्थान पर राजस्थान और तीसरे स्थान पर तेलंगाना का नाम आता है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी की गई सितंबर माह की दवा वितरण और उपयोग संबंधी मासिक रैंकिंग में यह जानकारी सामने आई है।
राजस्थान दूसरे स्थान पर, तेलंगाना तीसरे स्थान पर
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बिहार ने मरीजों को आवश्यक दवा वितरण, आपूर्ति और उपयोग में 77.22 प्रतिशत अंकों के साथ पूरे देश में पहले स्थान पर अपनी स्थिति बनाई है। जबकि राजस्थान 76.91 प्रतिशत अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है और तेलंगाना 69.14 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरे स्थान पर आता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा देश के 24 राज्यों में ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रिब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम (डीवीडीएमएस) संचालित किया जा रहा है। इस पोर्टल के माध्यम से अस्पतालों में दवा की आपूर्ति और उपलब्धता का प्रबंधन किया जाता है, जिससे दवा आपूर्तिकर्ताओं को समय पर भुगतान की व्यवस्था भी सुनिश्चित होती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दवा स्टॉक से लेकर वितरण तक कुल 11 मापदंडों पर बिहार ने देश में सर्वोच्च स्थान हासिल किया है।यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान वर्ष 2005-06 में अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था सुधार की पहल शुरू की थी। 2006 में बिहार ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन से संबंधित योजनाओं को राज्य में संचालित करने की अनुमति दी।
2011 में शुरू हुई थी मुफ्त दवा वितरण योजना
इसके अंतर्गत 2011 में केंद्र सरकार की सिफारिश के आधार पर बिहार ने सरकारी अस्पतालों में अधिक दवाओं का मुफ्त वितरण करने की योजना प्रारंभ की। इस योजना के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज अस्पताल और अन्य श्रेणी के अस्पतालों में दवाओं का निःशुल्क वितरण शुरू किया गया। वर्तमान में, बिहार में आवश्यक दवाओं की सूची में कुल 612 दवाएं शामिल हैं।
दवाओं की गुणवत्ता और उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए दवा खरीद प्रक्रिया को केंद्रीकृत किया गया है। मुफ्त वितरित की जाने वाली दवाओं की सूची को नियमित रूप से अपडेट किया जाता है। स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की उपलब्धता की निगरानी के लिए रियल टाइम ड्रग इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम (डीवीडीएमएस) लागू किया गया है।