बिहार की राजनीति में अचानक हलचल बढ़ गई है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस कदम के बाद बिहार में कैबिनेट विस्तार को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
पटना: बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष, दिलीप जायसवाल ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह कदम पार्टी के 'एक व्यक्ति, एक पद' सिद्धांत के तहत उठाया है। इस्तीफे की घोषणा करते हुए, जायसवाल ने कहा, "मैं राजस्व मंत्री के पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। 'एक व्यक्ति, एक पद' वह सिद्धांत है, जिस पर हमारी पार्टी काम करती हैं।"
'एक व्यक्ति, एक पद' सिद्धांत पर दिया इस्तीफा
अपने इस्तीफे की वजह बताते हुए दिलीप जायसवाल ने कहा, "बीजेपी का स्पष्ट सिद्धांत है – एक व्यक्ति, एक पद। मुझे प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है, और मैं पूरी निष्ठा से इस भूमिका का निर्वहन करूंगा।" उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व के फैसले का सम्मान करते हुए उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दिया हैं।
बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में बीजेपी और जेडीयू गठबंधन जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए नए मंत्रियों को कैबिनेट में जगह दे सकते हैं। संभावना है कि ओबीसी, अति पिछड़ा वर्ग और अगड़ी जातियों को संतुलित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी कोटे से 3-4 और जेडीयू कोटे से 2-3 नए मंत्री कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। दिलीप जायसवाल के इस्तीफे के बाद यह भी तय माना जा रहा है कि बीजेपी किसी नए नेता को सरकार में जगह देगी।