सुकमा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है, जिसमें दो नक्सली मारे गए। डीआरजी और कोबरा बटालियन तलाशी अभियान चला रही हैं। सरकार 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
Sukma Encounter: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शनिवार सुबह से सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम तलाशी अभियान पर निकली थी। इसी दौरान मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें अब तक दो नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी सामने आई है।
रुक-रुककर हो रही फायरिंग
बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने पुष्टि की है कि इलाके में रुक-रुककर गोलीबारी जारी है। सुरक्षा बल नक्सलियों के ठिकानों की सघन तलाशी कर रहे हैं। इससे पहले भी सुरक्षाबलों ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कई बड़े ऑपरेशन किए हैं, जिनमें नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ है।
बीजापुर में नक्सलियों ने किया था बड़ा हमला
सुकमा में जारी मुठभेड़ से पहले बीजापुर में भी नक्सलियों ने सुरक्षाकर्मियों के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था। इस हमले में 8 जवान शहीद हो गए थे, जबकि एक ड्राइवर की भी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई तेज कर दी थी और नक्सल विरोधी अभियान को और मजबूत किया गया था।
फरवरी में 31 नक्सली मारे गए थे
फरवरी में बीजापुर जिले के मद्देड़ और फरसेगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के बीच बड़े नक्सल विरोधी अभियान के तहत 31 नक्सलियों को मार गिराया गया था। इनमें 11 महिलाएं भी शामिल थीं। इस मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे। अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद हुए थे। यह एनकाउंटर करीब 12 घंटे तक चला था, जिसमें 50 से अधिक नक्सली मौजूद थे।
2026 तक नक्सलवाद के खात्मे का लक्ष्य
नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए केंद्र सरकार पूरी रणनीति के साथ काम कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि सरकार का लक्ष्य मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद का सफाया करना है। उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी सरकार बस्तर के चार जिलों को छोड़कर बाकी सभी क्षेत्रों में नक्सलवाद को खत्म करने में सफल रही है। केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर इस समस्या को पूरी तरह समाप्त करने के लिए लगातार अभियान चला रही हैं।
सुरक्षाबलों का अभियान जारी
छत्तीसगढ़ के सुकमा, बीजापुर और बस्तर जिले में लगातार सुरक्षाबलों की कार्रवाई चल रही है। नक्सल प्रभावित इलाकों में ऑपरेशन तेज किया गया है और आने वाले दिनों में और भी सख्त कदम उठाए जा सकते हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और किसी भी नक्सली गतिविधि का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।