शराब घोटाला मामले में जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल की सेहत को दिल्ली के उपराज्यपाल श्री वीके सक्सेना ने दिल्ली के मुख्य सचिव को एक पत्र लिखकर इस बात से अवगत कराया।
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर तिहाड़ जेल प्रशासन और भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाने के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल श्री वीके सक्सेना ने दिल्ली एलजी दफ्तर में मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अवगत कराया है। जानकारी के मुताबिक आम आदमी पार्टी के नेताओं, सांसदों और मंत्रियों ने दिल्ली के सीएम की तबीयत बिगड़ने को लेकर जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे।
दिल्ली सीएम डाइट चार्ट को नहीं कर रहे फॉलो
जेल प्रशासन ने बताया कि सीएम अरविंद केजरीवाल डॉक्टरों के द्वारा बताए गए डाइट चार्ट को फॉलो नहीं कर रहे हैं। वह जानबूझकर कम कैलोरी वाला खाना खा रहे हैं। इसी कारण से केजरीवाल का वजन लगातार कम होता जा रहा हो रहा है। बता दें आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी कुमारी और सांसद संजय कुमार सिंह ने हाल ही में कहां था कि केजरीवाल की इस समय ऐसी हालत हैं की वह कोमा में जा सकते हैं। पार्टी नेताओं द्वारा केजरीवाल का दो किलो वजन कम होने का दावा को जेल प्रशासन ने खंडन कर दिया हैं।
केजरीवाल जी का वजन घट रहा हैं - आतिशी
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी कुमारी ने कहां कि अगर अरविंद केजरीवाल को वजन कम होने के कारण स्ट्रोक आ जाये या ब्रेन डैमेज हो जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? जिस दिन ED ने केजरीवाल जी कोअरेस्ट किया था, तब उनका वजन 70 किलो मापा गया था और आज उनका वजन घटकर 61.5 kg हो गया है। अचानक से इतना वजन गिरना खतरनाक बीमारियों का संकेत है। अगर जेल में बंद अरविंद केजरीवाल की जान को कुछ भी हो जाता है तो भारतीय जनता पार्टी को भगवान कभी माफ नहीं करेंगे।
संजय सिंह ने लगाए ये आरोप
पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान संजय कुमार सिंह ने कहां कि 21 मार्च से लेकर अब तक केजरीवाल जी कालगभग साढ़े आठ किलो वजन घट गया है। लगभग 61 किलो के आसपास है। वजन के कम होने का कुछ पता नहीं चल पा रहा है। यही नहीं उनका पांच बार शुगर लेवल भी 50 से नीचे चला गया था, जो एक गंभीर बीमारी की ओर संकेत है। डॉक्टरों के मुताबिक ऐसी हालत में कोई इंसान कभी भी कोमा में जा सकता है। संजय सिंह ने कहां कि केजरीवाल को जेल से बाहर निकालकर उनकी सही से और उपचारकरना चाहिए। लेकिन केंद्र सरकार उन्हें जेल से बाहर नहीं आने दे रही। ऐसे में उनके साथ कभी भी कोई अनहोनी हो जाये इसका जिम्मेदार कौन होगा।