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Farmers Protect: राकेश टिकैत ने सरकार को दिया अल्टीमेटम, किसानों के लिए एमएसपी गारंटी कानून की मांग

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राकेश टिकैत ने एटा महापंचायत में संसद की धक्का-मुक्की का बचाव किया और कहा कि सरकार अडानी को बचा रही है। उन्होंने किसानों के लिए एमएसपी गारंटी कानून की मांग की और कर्ज बढ़ने का विरोध किया।

Rakesh Tikait Etah Visit: भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को एटा में आयोजित किसानों के महापंचायत में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने संसद में हुई धक्का-मुक्की का बचाव करते हुए घटना की फुटेज मांगी और तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी इतनी ताकतवर हो गए हैं कि दो सांसदों को घायल कर दिया। टिकैत ने घायल सांसदों के इलाज पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उनके इलाज की अलग-अलग फोटो हर घंटे दिखाई जा रही हैं और अगर ऐसा सबके लिए होने लगे तो सभी को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलने लगेगी।

संसदीय मर्यादाओं में गिरावट- राकेश टिकैत

राकेश टिकैत ने संसद में हुई धक्का-मुक्की को लेकर कहा कि यह इतिहास में पहला मामला है, जब किसी घटना के बाद केस रजिस्टर किया गया हो, जिससे संसदीय मर्यादा में गिरावट आ रही है। टिकैत ने आरोप लगाया कि सरकार अडानी को बचा रही है और इस मुद्दे पर संसद में बहस नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष अपनी बात संसद में नहीं रख पाएगा तो वह कहां बोलेगा?

किसान आंदोलन जारी 

राकेश टिकैत ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि चौटाला किसानों के लिए संघर्ष करने वाले ग्राउंड लेवल के नेता थे। उन्होंने कहा कि 13 महीने तक दिल्ली में किसान आंदोलन चलने के कारण अब सरकार किसानों का नाम लेने को मजबूर हो गई है। टिकैत ने सरकार से फसलों पर एमएसपी गारंटी कानून लागू करने की मांग की और चेतावनी दी कि "किसान बटेंगे तो लुटेंगे।"

एमएसपी की गारंटी की लड़ाई जारी

टिकैत ने मोदी सरकार के दावों पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों की आय दोगुनी तो नहीं हुई है, बल्कि उनका कर्ज दोगुना हो गया है। उन्होंने कहा कि एमएसपी की गारंटी की लड़ाई वह देशभर में लड़ेंगे, जब तक कानून नहीं बन जाता। टिकैत ने किसानों के कर्ज और उनके अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखने की बात भी कही।

नोएडा जेल में बंद किसानों की रिहाई की मांग

राकेश टिकैत ने नोएडा की जेलों में बंद किसानों को जल्द रिहा करने की मांग की और कहा कि इस पर 23 दिसंबर को सिसौली में किसानों की बैठक में फैसला लिया जाएगा। टिकैत ने स्वामीनाथन आयोग और चन्नी कमेटी की रिपोर्ट लागू करने और किसान आयोग के गठन की भी मांग की।

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