Johnson & Johnson को 15 मिलियन डॉलर (लगभग 126 करोड़ रुपये) का मुआवजा देना होगा एक व्यक्ति ने 2021 में Johnson & Johnson कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया था, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि कंपनी के बेबी पाउडर का उपयोग करने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। अब, अदालत के फैसले के बाद, कंपनी को इस व्यक्ति को 15 मिलियन डॉलर का मुआवजा देना होगा।
Johnson & Johnson नाम से हर कोई परिचित है। यह कंपनी बच्चों के लिए बेबी केयर उत्पाद बनाती है, जो लगभग हर घर में उपयोग होते हैं। हाल ही में, कंपनी को लेकर एक महत्वपूर्ण खबर आई है। एक व्यक्ति ने 2021 में कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया था, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि Johnson & Johnson के बेबी पाउडर के उपयोग से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। अब, अदालत के आदेश के अनुसार, कंपनी को इस व्यक्ति को 15 मिलियन डॉलर (लगभग 126 करोड़ रुपये) का मुआवजा देना होगा।
इवान प्लॉटकिन का मामला और कैंसर के आरोप
कनेक्टिकट के निवासी इवान प्लॉटकिन ने Johnson & Johnson के बेबी पाउडर पर आरोप लगाया है कि इसका उपयोग करने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। उन्होंने दावा किया कि लंबे समय तक कंपनी के पाउडर का इस्तेमाल करने के कारण उन्हें मेसोथेलियोमा (Mesothelioma) जैसा दुर्लभ कैंसर हुआ। यह मामला उन्होंने 2021 में फेयरफील्ड काउंटी, कनेक्टिकट सुपीरियर कोर्ट में दायर किया था। अदालत ने इस मामले में कंपनी को 126 करोड़ रुपये का हर्जाना देने का फैसला सुनाया है।
Johnson & Johnson की प्रतिक्रिया
Johnson & Johnson के वाइस प्रेसिडेंट एरिक हास ने कहा है कि कंपनी ट्रायल जज के फैसले के खिलाफ अपील करेगी। उन्होंने दावा किया कि जूरी को मामले से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को सुनने से रोका गया था।
कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि वैज्ञानिक जांच में यह साबित हो चुका है कि Johnson & Johnson का बेबी टैल्क सुरक्षित है और इसमें एस्बेस्टस (हानिकारक तत्व) नहीं है। ऐसे में कंपनी का कहना है कि इस पाउडर से कैंसर होने की संभावना नहीं है।