गुजरात के अहमदाबाद जिले में रहने वाली एक महिला ने पनीर सैंडविच का ऑर्डर दिया था। लेकिन रेस्टोरेंट ने गलती से उन्हें चिकन सैंडविच भेज दिया। गलत ऑर्डर मिलने के बाद महिला ने हर्जाने के रूप में रेस्टोरेंट मालिक से 50 लाख रुपये की मांग की हैं।
गुजरात: ऑनलाइन फूड ऑर्डर को लेकर मालिक को हमेशा एक बात की ही परेशानी रहती है कि कहीं कस्टमर के पास कुछ गलत ऑर्डर न चला जाए। इसका सबसे ज्यादा डर शुद्ध शाकाहारी लोगों से लगता है। क्योकि ये लोग गलत ऑर्डर मिलने पर कंपनी से शिकायत कर अपनी पूरी भड़ास निकाल लेते है या फिर सोशल मीडिया पर इस बात को फैला देते है। बता दे कि कभी-कभी मामला इअतना ज्यादा गंभीर हो जाता है कि लोग सीधा हर्जाना दने की मांग करते हैं।
रेस्टोरेंट के मालिक ने Subkuz.com को बताया कि निराली नाम की एक महिला ने अहमदाबाद साइंस सिटी स्थित अपने ऑफिस से ‘ पिक अप मील्स बाय टेरा’ नाम के एक रेस्टोरेंट से पनीर सैंडविच ऑर्डर किया था। लेकिन गलती के कारण उनके पास चिकन सैंडविच ऑर्डर हो गया। महिला शुद्ध शाकाहारी है, इसलिए उन्होंने मुआवजे के तौर पर कंपनी से 50 लाख रुपये हर्जाना दने की मांग की हैं।
महिला को मिला गलत ऑर्डर
जानकारी के मुताबिक निराली नाम की एक महिला ने 3 मई को अहमदाबाद साइंस सिटी स्थित अपने ऑफिस से ‘पिक अप मील्स बाय टेरा’ नाम के एक रेस्टोरेंट से पनीर सैंडविंच मंगवाया था, लेकिन उन्होंने गलती से चिकन सैंडविच भेज दिया। महिला ने जब सैंडविंच का एक बाइट खाया तो उन्हें पनीर बहुत ज्यादा सख्त लगा। लेकिन उन्होंने इसपर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और खाने लग गई। खाने के दौरान निराली को सैंडविंच में अलग सा टेस्ट आया और वह जल्द ही समझ गई कि यह पनीर नहीं चिकन सैंडविच है। बताया कि महिला शुद्ध शाकाहारी है,इसलिए उन्होंने कभी भी मांसाहारी खाना चखा बी नहीं था. इस घटना के बाद महिला ने रेस्टोरेंट से 50 लाख रुपये हर्जाने के तौर पर मांगे है। निराली ने अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के डिप्टी हेल्थ ऑफिसर से इस घटना की शिकायत की हैं।
महिला ने की मुआवजे की मांग
जानकारी के मुताबिक महिला की शिकायत पर इस मामले में फूड डिपार्टमेंट ने कंपनी पर 5 हजार का जुर्माना ठोका है, लेकिन महिला ने इस छोटे से मुआवजे का विरोध किया है। वह अब कंज्यूमर कोर्ट में याचिका दायर करेगी। महिला ने कहां कि वह रेस्टोरेंट से 50 लाख रुपये से भी ज्यादा की मांग सकती थी। लेकिन इससे भी मुझे कभी न्याय नहीं मिलता। रेस्टोरेंट ने मुआवजे को लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी हैं।